काबुल एयरपोर्ट पहुंच रहे बच्चों और महिलाओं को तालिबान ने पीटा, अमेरिका ने दी चेतावनी- परिणाम भुगतने होंगे
नई दिल्ली: देश से भागने की कोशिश कर रहे अफगानों के लिए काबुल हवाईअड्डे तक सुरक्षित मार्ग के तालिबान के वादों को महिलाओं और बच्चों को पीटे जाने और कोड़े मारे जाने की खबरों ने कमजोर कर दिया है. यह घटनाक्रम तब देखने को मिला, जब वे आतंकी समूह द्वारा स्थापित चौकियों से गुजरने की कोशिश कर रहे थे. द गार्जियन ने अपनी एक रिपोर्ट में यह दावा किया है.
अमेरिका का कहना है कि तालिबान हवाईअड्डे तक पहुंचने के इच्छुक लोगों के लिए सुरक्षित मार्ग मुहैया कराने को लेकर प्रतिबद्ध है. लेकिन अफगानिस्तान की राजधानी से आईं खबरों में कहा गया है कि एयरपोर्ट रोड पर स्थापित चौकियों पर हिंसा की घटनाएं हुई हैं, जिसमें एक महिला और एक बच्चे के सिर पर चोट लगने की तस्वीरें सामने आई हैं, जिन्हें कथित तौर पर एक चौकी को पार करने की कोशिश करने के लिए पीटा गया और कोड़े मारे गए.
काबुल में सूत्रों ने द गार्जियन को बताया कि तालिबान दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं और कुछ लोगों को हवाईअड्डे तक पहुंचने से मना कर उन्हें जबरन चौकियों से ही वापस भेज दिया जा रहा है.
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, जेक सुलिवन ने कहा कि अमेरिकी सैन्य नियंत्रण में अब बड़ी संख्या में लोग हवाई क्षेत्र तक पहुंचने में सक्षम हैं. उन्होंने कहा, ऐसे उदाहरण हैं जहां हमें लोगों की रिपोर्ट मिली है कि उन्हें पीछे धकेल दिया जा रहा है और यहां तक कि उन्हें पीटा भी जा रहा है. हम मुद्दों को सुलझाने की कोशिश के लिए तालिबान के साथ एक चैनल में इसे उठा रहे हैं और हमें इस बात की चिंता है कि क्या आने वाले दिनों में भी यह जारी रहेगा.
सुलिवन ने कहा कि हवाईअड्डे के लिए खुले मार्ग रखना घंटे-दर-घंटे का मुद्दा है. यह कुछ ऐसा है जिसके बारे में हम स्पष्ट हैं और तालिबान को अपनी प्रतिबद्धता पर अमल करने के लिए जवाबदेह ठहराने पर बहुत ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव, जेन साकी ने कहा कि यदि तालिबान नागरिकों के लिए हवाईअड्डे तक सुरक्षित मार्ग प्रदान करने में विफल रहता है, तो उसे परिणाम भुगतने होंगे और इस मुद्दे को फिर संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना संभालेगी. साकी ने कहा कि हमने इसे स्पष्ट कर दिया है. लेकिन अभी हम उनकी बात का भरोसा नहीं कर रहे हैं.