कुम्भ में आयें संत बोले- उत्तर प्रदेश में PM मोदी से बड़े ब्रांड हैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
प्रयागराज में लगने वाले कुंभ महापर्व में राम मंदिर निर्माण और साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर महाबहस हो सकती है. कुंभ में अखाड़ों का आगमन हो चुका है और संत राजनीति पर चर्चा करने लगे हैं. इस बीच संतों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बड़ा ब्रांड बताया है. आजतक की चौपाल में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ही सबसे बड़ा ब्रांड हैं. वो सूबे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी बड़े ब्रांड हैं.
महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सिर्फ योगी आदित्यनाथ ही चलेंगे और यहां मुख्यमंत्री योगी के नाम पर ही वोट मिलेगा. उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नाम पर वोट नहीं मिलेगा, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों में भी अब भीड़ नहीं आ रही है. पहले पीएम मोदी को सुनने के लिए उनकी रैलियों में बड़ी तादाद में लोगों की भीड़ आती थी.
महंत नरेंद्र गिरी का कहना है कि अब मोदी का क्रेज कम हो गया है, क्योंकि कभी भी व्यक्ति को उतना ही बोलना चाहिए, जितना उचित होता है. आप जो कर पा रहे हैं, उन पर तो बोल ही रहे हैं, लेकिन आप जो नहीं कर पा रहे हैं, उन पर भी बोल रहे हैं. इससे जनता को तकलीफ होती है. हालांकि नरेंद्र गिरी का यह भी मानना है कि देश की सुरक्षा और रक्षा के लिए नरेंद्र मोदी को एक बार फिर से मौका देना चाहिए.
हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों का जिक्र करते हुए महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि अभी तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम सामने हैं. मध्य प्रदेश में बीजेपी को शिवराज सिंह के व्यक्तिगत व्यवहार की वजह से सम्मानजनक सीटें मिली हैं, वरना वहां भी पार्टी का बंटाधार हो जाता. विधानसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कारण ही बीजेपी की कुछ सीटें बढ़ी हैं.
उन्होंने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश में विकास होगा, तो उसका कारण योगी आदित्यनाथ ही होंगे. योगी के बिना उत्तर प्रदेश में बीजेपी और पीएम मोदी को जीत नहीं मिल सकती है. इस दौरान अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने राम मंदिर निर्माण के लिए रास्ता भी सुझाया.
उन्होंने कहा कि राम मंदिर बनाने के लिए मुस्लिम धर्मगुरु और हिंदू धर्मगुरु एक साथ बैठकर चर्चा करें, तो फैसला हो जाएगा और विवाद निपट जाएगा. ये इसलिए नहीं बैठ पा रहे हैं, क्योंकि राजनेता इनको बैठने नहीं दे रहे हैं. महंत नरेंद्र गिरी के मुताबिक सरकार की राम मंदिर निर्माण की नियत नहीं दिख रही है. अगर सरकार की नियत होती, तो राम मंदिर का निर्माण कब का हो गया होता.