अद्धयात्म

कृष्ण ने कलयुग में पांडवो को बताए थे ये 5 कड़वे सत्य, जो आज हो रहे हैं सच

हिंदू धर्म ग्रथों में चारों युग सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग और कलयुग से जुड़े कई दिलचस्प बाते हैं. इनमें सबसे दिलचस्प है कलयुग की कहानी. क्योंकि कई ग्रंथों में कलयुग से जुड़े ऐसे सत्य के बारे में बताया गया है जो आज के युग में सच हो रहे हैं. वहीं भगवान श्री कृष्ण ने भी पांडवो को कलयुग के बारे में पांच बातें बताई थीं. आइए जानते हैं श्री कृष्ण ने कलयुग को लेकर पांचों पांडवों को क्या बातें बताईं…

कृष्ण ने कलयुग में पांडवो को बताए थे ये 5 कड़वे सत्य, जो आज हो रहे हैं सचकथनी-करनी में अंतर
श्री कृष्ण ने बताया कि कलयुग में ऐसे लोगों का राज होगा जिनकी कथनी और करनी में अंतर होगा. ये लोग बोलेंगे कुछ और करेंगे कुछ. ये लोग समाज के लोगों का दोनों तरफ से शोषण करेंगे.

संत के भेष में राक्षस
कलयुग में ऐसे लोग रहेंगे जो बड़े ज्ञानी और ध्यानी कहलाएंगे लेकिन उनके आचरण राक्षसी होंगे. बड़े पंडित और विद्वान होंगे लेकिन वे यही देखते रहेंगे कि कौन-सा मनुष्य मरे और हमारे नाम से संपत्ति कर जाए. लोगों का दिमाग हमेशा दूसरों के पद, पैसे पर ही अटका रहेगा. ऐसे में बहुत ही कम लोग सही में संत होंगे.

मोह माया का बंधन
कलयुग का मनुष्य शिशुपालक हो जाएगा. कलयुग में मां-बाप अपने बच्चों को इतनी ममता देंगे की बच्चों का विकास ही रूक जाएगा. बच्चों का जीवन मोह-माया में ही बर्बाद हो जाएगा. अगर किसी दूसरा का बेटा घर छोड़कर साधु बनेगा तो हजारों लोग दर्शन करेंगे लेकिन खुद का बेटा साधु बनेगा तो लोग रोएंगे कि मेरे बेटे का अब क्या होगा?

असमानता होगी चरम पर
श्रीकृष्ण ने कहा, कलयुग में अमीर लोग लड़के-लड़की की शादी में, मकान में, छोटे बड़े उत्सवों में तो लाखों रुपए खर्च कर देंगे लेकिन कोई भूखा प्यासा होगा तो उसे कुछ नहीं देंगे. लोगों का अपना सगा ही भूख से मर जाएगा और वे देखते रहेंगे. दूसरी और मौज, मदिरा, मांस-भक्षण, सुंदरता और व्यसन में पैसे उड़ा देंगे लेकिन किसी के आंसू पोंछने में उनकी कोई रुचि नहीं होगी.

हरी के नाम से होगा कल्याण
कलियुग में मानव का मन नीचे गिरेगा और उसका जीवन पतित होगा. यह पतित जीवन धन की शिलाओं से नहीं रूकेगा और न ही सत्ता के वृक्षों से रूकेगा. लेकिन हरि जैसे एक छोटे से नाम से, भगवान के ध्यान से और हरि कीर्तन से मनुष्य जीवन का पतन होना रूक जाएगा

Related Articles

Back to top button