राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया
नई दिल्ली : आज ही के दिन 9 अगस्त को महात्मा गांधी ने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत की थी। आज इस ऐतिहासिक घटना को 76 साल पूरे हो गए हैं। इसी दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अंग्रेजों की गुलामी से देश को आजाद कराने के लिए ‘करो या मरो’ का नारा दिया था। हर साल इस दिन को अगस्त क्रांति के तौर पर मनाया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक दिन को याद करते हुए औपनिवेशिक प्रशासकों द्वारा फाइल की गई एक रिपोर्ट के पेज शेयर किए हैं। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शेयर किया गया यह दस्तावेज वास्तव में इस बात का सबूत है कि भारत छोड़ो आंदोलन के जरिए महात्मा गांधी ने किस तरह से अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला दी थी। इस आंदोलन ने देश की आजादी के आंदोलन को और भी तेज कर दिया था। 9 अगस्त का ब्योरा सामने रखते इस दस्तावेज में शहरवार तरीके से बताया गया है कि कहां कौन सी घटना हुई और किसे गिरफ्तार किया गया। मुंबई सिटी में गांधी और वर्किंग कमिटी के सदस्यों को गिरफ्तार किए जाने की खबर है। यहां लोगों पर आंसू गैस के गोले भी दागे गए। 15 जगहों पर पुलिस फायरिंग में 8 लोगों के मारे जाने और 44 लोगों के घायल होने की भी जानकारी दी गई है। इसके अलावा अहमदाबाद में हड़ताल, पुलिस फायरिंग में एक की मौत की जानकारी है। पूना में छात्रों की भीड़ पर पुलिस फायरिंग हुई जहां एक की मौत हो गई।
सूरत के लिए सैनिकों को रवाना किए जाने की खबर है। दस्तावेज के मुताबिक यूपी में कांग्रेस के कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया। लखनऊ, इलाहाबाद में हड़ताल की कोशिश हुई। पंजाब के लाहौर और अमृतसर में बड़ी सभाएं हुई हैं। बिहार में राजेंद्र प्रसाद और दूसरे नेताओं को गिरफ्तार किया गया। मोदी ने भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लेने वाले महिलाओं और पुरुषों को याद किया। ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत छोड़ो आंदोलन पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की एक कविता को भी शेयर किया, जो 1946 में मदन मोहन मालवीय से जुड़े अखबार ‘अभ्युदय’ में प्रकाशित हुई थी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी आजादी के लिए बलिदान देने वाले भारत मां के अमर सपूतों को नमन किया है। ट्विटर पर कोविंद ने कहा कि वह शाम में राष्ट्रपति भवन में आयोजित रिसेप्शन में स्वतंत्रता सेनानियों की मेजबानी करने के लिए उत्साहित हैं।