कोयले की खदानों में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए हरक्यूलिस बना ‘हनुमान’
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मेघालय की एक खदान में पिछले 15 दिनों से फंसे मजदूरों को बचाने की कवायद जारी है। एनडीआरएफ ने उच्च शक्ति वाले पंप की मांग की है क्योंकि राहत कार्य के लिए 25 हॉर्स पावर के पंप पर्याप्त साबित नहीं हो पा रहे हैं। पास की नदी से खदान से पानी भर रहा है, जिससे दुर्गंध की स्थिति है। एनडीआरएफ को इसलिए भी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
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सुपर हरक्यूलिस विमान ओडिशा फायर सर्विस के भारी उपकरणों को अपने साथ ले जा रहा है। गुवाहाटी एयरपोर्ट से पूर्वी जयंतिया हिल्स तक इन उपकरणों को कैसे ले जाया जाएगा यह भी एक चुनौती है। माना जा रहा है कि उपकरणों को हेलीकाप्टर से एयरलिफ्ट करके या सड़क मार्ग से 230 किमी दूर ले जाय जाएगा।
तीन हफ्ते बाद एनडीआरएफ के निवेदन पर वायु सेना ने इस बचाव मिशन में हिस्सा लेने का फैसला किया है। सूत्रों के मुताबिक पूर्वी जयंतिया हिल्स के जिलाधिकारी को सरकार से शक्तिशाली उपकरणों की मांग करने में एक हफ्ते का समय लग गया। कोल इंडिया भी इस बचाव कार्य में एक हफ्ते बाद शामिल हुआ।
कोल इंडिया पश्चिम बंगाल के आसनसोल और झारखंड के धनबाद से उच्च क्षमता वाले वाले पंप भेज रहा है। यह पंप कोल इंडिया के असम स्थित खदानों में भी नहीं है। इन्हें सड़क मार्ग से पहुंचाया जा रहा है।