कोरोना: बांग्लादेश की PM की चेतावनी, इलाज न करने वाले डॉक्टरों पर होगी कार्यवाही
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने संक्रमित मरीजों का इलाज न करने वाले डॉक्टरों को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि ऐसे डॉक्टरों को नौकरी करने का कोई अधिकार नहीं है।
हसीना ने कोरोना वायरस की स्थिति पर चटगांव और सिलहट के जन प्रतिनिधियों और सरकारी अधिकारियों के साथ चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं उनके नाम जानना चाहती हूं, जो डॉक्टरों के रूप में अपना कर्तव्य निभाने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि मरीजों का इलाज करने से मना करने वाले डॉक्टरों को नौकरी करने का कोई अधिकार नहीं है। साथ ही उन्होंने संकट के दौरान सेवाएं देने के लिए डॉक्टरों और अन्य लोगों को विशेष प्रोत्साहन और स्वास्थ्य बीमा देने की भी घोषणा की।
ढाका विश्वविद्यालय में शिक्षा और अनुसंधान संस्थान के 22 वर्षीय एक स्नातकोत्तर छात्र का ढाका के कई अस्पतालों ने कोरोना वायरस के संदेह में इलाज करने से मना कर दिया था, जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी। इस घटना के एक दिन बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना का यह बयान आया है। उन्होंने कहा कि इन निजी संस्थानों के डॉक्टरों का लाइसेंस रद्द किया जाना चाहिए। वहीं, इस तरह की आशंका है कि अप्रैल के आने वाले दिनों में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों की संख्या तेजी से बढ़ सकती है।