क्रिकेट घोटाले पर खामोश न रहें पीएम मोदी, जांच का आदेश दें: राहुल गांधी
लखनऊ : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने डीडीसीए में कथित गड़बड़ियों को उजागर करने के लिए संवाददाता सम्मेलन करने वाले भाजपा सांसद कीर्ति आजाद को निलंबित किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला और आजाद के आरोपों की जांच कराने की मांग की।
गौरतलब है कि भाजपा सांसद एवं पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी कीर्ति आजाद ने वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार को लेकर एक अभियान चलाया था। हाल में उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में जेटली का नाम लिए बिना उन पर परोक्ष रूप से गम्भीर आरोप लगाये थे। इस पर कार्रवाई करते हुए भाजपा संसदीय बोर्ड ने कल आजाद को निलंबित कर दिया। भाजपा ने आजाद पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने और पार्टी की छवि ‘धूमिल’ करने के लिए कांग्रेस एवं आप के साथ ‘सांठगांठ करने’ का आरोप लगाया।
इसके पूर्व, राहुल अपने निर्धारित कार्यक्रम से दो घंटे पहले ही अमेठी से रवाना हो गये। राहुल को अपने अमेठी दौरे के दूसरे और अंतिम दिन फरियादियों और पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करनी थी लेकिन वह काफी पहले ही मुंशीगंज गेस्ट हाउस से लखनउ के लिये रवाना हो गये। राहुल सुबह कांग्रेस के दिवंगत नेता राम अधार पासी के घर शोक संवेदना व्यक्त करने के लिये बारामासी गांव गये। वहां वह करीब आधा घंटा रुकें। संसद के शीतकालीन सत्र में केन्द्र की भाजपा नीत मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा लेने वाले राहुल अमेठी के दो दिन के दौरे के दौरान भी मोदी पर हमलावर रहे। फुरसतगंज में आयोजित जनसभा में राहुल ने कहा कि देश में महंगाई अभूतपूर्व तरीके से बढ़ रही है, जिससे आम जनता बेहद परेशान है। जनता के अच्छे दिन नहीं आये लेकिन मोदी के अच्छे दिन आ गये हैं।
उन्होंने कहा कि यह नहीं पता चल रहा है कि केन्द्र में किसकी सरकार चल रही है। मोदी जी के चार-पांच खास लोगों की ही सरकार चल रही है। देश का बहुत बुरा हाल है। महंगाई चरम पर है। हम पूरे देश में इसके खिलाफ लड़ेंगे। देश में सिर्फ हमारी पार्टी ही भाजपा से मजबूती से लड़ रही है। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक के बाद एक विदेश दौरों पर तंज करते हुए कहा कि मोदी बार-बार विदेश जा रहे हैं लेकिन परदेस के लोग भी बहुत चालाक हैं और इन दौरों से देश को कोई फायदा नहीं होगा। राहुल ने अमेठी संसदीय क्षेत्र के नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों के सम्मेलन में कहा कि मेगा फूड पार्क और हिन्दुस्तान पेपर मिल के जरिये हम अमेठी का चेहरा बदल सकते थे। इससे 15-20 हजार लोगों को रोजगार मिलता। इन परियोजनाओं के लिये जमीन भी मिल गयी थी लेकिन भाजपा नहीं चाहती कि यहां पर फूड पार्क और पेपर मिल बने। ग्राम प्रधानों को भी इसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिये।