दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने की अटकलों को राहुल गांधी ने ट्वीट कर एक नया मोड़ दे दिया है. राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, अगर AAP और कांग्रेस के बीच गठबंधन होता है तो फिर दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के लिए राह आसान नहीं होगी. साथ ही राहुल गांधी ने लिखा कि कांग्रेस AAP को 4 सीटें देना चाहती है, लेकिन सीएम केजरीवाल ने एक और यू टर्न ले लिया! आगे राहुल गांधी ने कहा कि हमारा दरवाजा अभी भी खुला है. हालांकि, राहुल के ट्वीट पर जवाब देते हुए सीएम केजरीवाल ने पूछा कि, कौन सा U-टर्न?
गौरतलब है कि कांग्रेस का मेनिफेस्टो जारी करने के बाद राहुल गांधी से जब AAP और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने गोलमोल ही जवाब दिया था. हालांकि, ये पहला मौका है जब राहुल गांधी ने ट्वीट कर आप के साथ गठबंधन पर तमाम अटकलों को दरकिनार करते हुए अपनी इच्छा जाहिर की है.वहीं, राहुल गांधी के इस ट्वीट पर जवाबी ट्वीट करते हुए सीएम केजरीवाल ने लिखा, कौन सा U-टर्न? अभी तो बातचीत चल रही थी….
आपका ट्वीट दिखाता है कि गठबंधन आपकी इच्छा नहीं मात्र दिखावा है।मुझे दुःख है आप बयान बाज़ी कर रहे हैं आज देश को मोदी-शाह के ख़तरे से बचाना अहं है।दुर्भाग्य कि आप UP और अन्य राज्यों में भी मोदी विरोधी वोट बाँट कर मोदी जी की मदद कर रहे हैं इसके अलावा राहुल गांधी के ट्वीट पर कविराज कुमार विश्वास ने भी कुछ लिखा. विश्वास ने अपने ही अंदाज में दोनों ही नेताओं पर तंज कसते हुए लिखा…
बता दें कि बीते दिनों “आजतक” से बातचीत करते हुए दिल्ली में कांग्रेस के प्रभारी पीसी चाको ने बताया था कांग्रेस पार्टी बीजेपी को केंद्र में आने से रोकने के लिए क्षेत्रीय दलों से गठबंधन की पक्षधर है. चाको ने ये भी बताया कि AAP नेता संजय सिंह से कई बार बातचीत भी हुई, लेकिन आम आदमी पार्टी हरियाणा और पंजाब में भी सीटों पर बातचीत करना चाहती थी, जिस वजह से दिल्ली में 7 सीटों पर सहमति नहीं बन पाई. उन्होंने बताया कि दिल्ली में कांग्रेस का फार्मूला 4-3 का था, यानी 4 सीट आम आदमी पार्टी और 3 सीट पर कांग्रेस. पीसी चाको ने कहा कि यदि आम आदमी पार्टी सिर्फ दिल्ली में गठबंधन चाहती है तो आज भी कांग्रेस बातचीत को तैयार है.
हाल ही में संजय सिंह ने इस गठबंधन पर कहा था कि जिस पंजाब में आम आदमी पार्टी के 4 सांसद हैं और 20 विधायक हैं वहां पर कांग्रेस एक भी सीट देने को तैयार नहीं, जिस हरियाणा में कांग्रेस का केवल एक सांसद है वहां पर भी कांग्रेस सीट देने को तैयार नहीं, गोवा में आम आदमी पार्टी ने 6 फ़ीसदी से ज्यादा वोट हासिल किया था, वहां पर भी सीट देने को तैयार नहीं, चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी तीसरे नंबर पर रही थी वहां पर भी कांग्रेस समझौते को तैयार नहीं, लेकिन दिल्ली में जहां कांग्रेस की ना तो कोई लोकसभा सीट है ना ही कोई विधानसभा सीट वहां पर आम आदमी पार्टी से 3 सीट चाहती है जो कि पूरी तरह से अव्यवहारिक था, इसलिए कांग्रेस से कोई गठबंधन नहीं हो सकता.