गर्मी से बेहाल हुए अमेरिका और यूरोप भी, टूटे सालों के रिकॉर्ड, जर्मनी और फ्रांस में अलर्ट जारी
इस सप्ताह की शुरुआत से ही अमेरिका और यूरोप के कई देश गर्मी से बेहाल है। पहली बार कई सालों बाद यूरोप के कुछ शहरों में तापमान ने वर्षों पुराने रिकॉर्ड तोड़े हैं। जर्मनी और फ्रांस में प्रशासन को गर्मी का अलर्ट जारी करना पड़ा है। गर्म हवाओं के चलते जर्मनी, फ्रांस और बेल्जियम जैसे देशों में गर्मी चरम पर है। आगामी दिनों में यहां मौसम और भी गर्म रहने की भविष्यवाणी की गई है। विशेषज्ञों के मुताबिक दुनिया भर में गर्म हवाओं का सिलसिला बढ़ रहा है। जर्मनी यूरोप का ऐसा ठंडा देश माना जाता है, जहां घरों में आम तौर पर पंखे नहीं लगाए जाते लेकिन बढ़ती तपन के चलते अब लोग एसी, पंखे की ओर जाने लगे हैं। जर्मनी में अब तक सबसे अधिक तापमान 38.2 डिग्री सेंटीग्रेड 1947 के दौरान फ्रेंकफर्ट में दर्ज किया गया था, जबकि इस बार पूरे जर्मनी का तापमान 40 डिग्री सेंटीग्रेड तक जाने के आसार हैं।
जलवायु विशेषज्ञ आंद्रेयास मार्क्स ने यूरोप में चल रही गर्म हवाओं की तुलना 2018 में पड़े सूखे से करने को लेकर लोगों को आगाह किया। फ्रांस के मौसम विभाग ने भी अनुमान जताया है कि तापमान 40 डिग्री तक पहुंच सकता है। फ्रांसीसी मौसम विज्ञानी इमैनुएल दुमाएल ने कहा, ये अभूतपूर्व है क्योंकि गर्मी जून में जल्दी शुरू हो गई। हमने 1947 के बाद से ऐसा कभी नहीं देखा।
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने की एहतियात बरतने की अपील
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भीषण गर्मी झेल रहे देश और यूरोप के लोगों से अतिरिक्त एहतियात बरतने की अपील की है। वैज्ञानिकों के मुताबिक यूरोप में जलवायु परिवर्तन के कारण गर्म हवाएं बढ़ गई हैं।
अमेरिका में गर्मी से अब तक सात प्रवासियों की मौत
गर्मी अमेरिका और उसके आसपास के इलाकों में भी परेशान कर रही है। अमेरिकी प्रशासन के मुताबिक अमेरिकी-मेक्सिको सीमा के पास गर्मी के चलते करीब सात प्रवासियों की मौत हो चुकी है। मध्य अमेरिकी देशों के कई परिवार अमेरिका में शरण चाहते हैं। मरने वालो में एक औरत और तीन बच्चे भी शामिल हैं।