गलत एफआईआर दर्ज करने के आरोप में पावापुरी थानाध्यक्ष निलंबित
नवादा. बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा मे पावापुरी पुलिस की काली करतूत का मामला ईटीवी/ न्यूज18 के संवाददाता द्वारा उजागर करने के बाद नालंदा एसपी विवेकानंद ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया है. गलत ढंग से मामला दर्ज करने के आरोप में पावापुरी थानाध्यक्ष राधेश्याम प्रसाद को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
गौरतलब है कि मंगलवार की रात पावापुरी पुलिस ने नालंदा एसपी के निर्देश पर थाना क्षेत्र के दौलाचक गांव में छापेमारी कर टैंकलोरी से दूध की अवैध निकासी कर उसमें पानी भरने की मामला सामने आया था. दूध के बदले पानी भरने के मामले में पावापुरी थाना के थानाध्यक्ष ने दोषियों के बजाय निर्दोष के खिलाफ जानबुझकर मामला दर्ज कर दिया. गलत मामले और दोषियों को बचाने की खबर को ईटीवी ने उजागर किया था.
बताते चले कि पिछले कुछ समय पहले से पावापुरी थाना क्षेत्र के दौलाचक गांव में दूध की टैंकलोरी के चालक और पावापुरी, गिरियक थानाध्यक्ष के अलावे गिरियक सर्किल के इंस्पेक्टर की सांठगांठ से धंधेबाज टैंक से दूध की अवैध निकासी कर उसमें पानी भर कर लाखों की कमाई करते थे . दूध में पानी मिलाकर धंधेबाज एक दिन में लाखों रुपए की आमदनी करते थे.
एक टैंकलोरी में बीस हजार लीटर दूध प्रतिदिन समस्तीपुर से सुधा डेयरी नालंदा मे आता था जिसमें से धंधेबाजो द्वारा प्रति टैंकलोरी में से पांच हजार लीटर दूध की निकासी कर उसमें उतना ही पानी भर कर फिर सुधा डेयरी प्लांट में पहुंचा देते थे. हांलाकि इस प्रकरण में और भी पुलिस पदाधिकारीयो को बचा लिया गया है.