नई दिल्ली : 2003 के कबूतरबाजी मामले में पंजाब की पटियाला कोर्ट ने गायक दलेर मेहंदी को दोषी पाया, उनको दो साल कैद की सजा सुनाई गई, लेकिन करीब बीस मिनट बाद जमानत भी दे दी। पुलिस ने दलेर मेहंदी और उनके भाई को हिरासत में ले लिया, गौरतलब है कि दलेर मेहंदी और उनके भाई शमशेर सिंह पर आरोप था कि प्रशासन को धोखे में रखकर कुछ लोगों को अपनी टीम के साथ विदेश ले गए थे, इसके लिए उन्होंने काफी रकम भी वसूली थी।
दलेर मेंहदी दो बार 1998 और 1999 में अमेरिका गए थे, इस दौरान वह 10 लोगों को अमेरिका ले गए थे और वहीं छोड़ दिया। जिसमें वह एक बार एक अभिनेत्री के साथ गए थे और उनके साथ तीन लड़कियां भी गई थीं, जो वहीं रुक गईं, इसके बाद 1999 में दोनों भाई अमेरिका गए और वहां तीन लड़कों को छोड़ आए। दलेर मेहंदी का जन्म 18 अगस्त, 1967 को पटना में हुआ और उनका असली नाम दलेर सिंह है।
दलेर मेहंदी ने 1991 में अपना ग्रुप बनाया था, मैग्नासाउंड ने दलेर मेहंदी को ‘बोलो ता रा रा’ एल्बम के साथ बेहतरीन ढंग से डेब्यू किया था और इस एल्बम की दो करोड़ कॉपी बिकी थीं। इस एल्बम से वे पॉप स्टार बन गए, उसके बाद उनकी एल्बम ‘डरदी रब रब’ आई और इसने तो उनकी पहली एल्बम की कामयाबी को भी पीछे छोड़ दिया। ‘मृत्युदाता’ फिल्म में वे अमिताभ बच्चन के साथ नजर आए और उनके लिए ‘ना ना ना रे’ गाना कम्पोज किया। यह गाना सुपरहिट रहा, प्रियंका चोपड़ा उनके सॉन्ग ‘सजन मेरे सतरंगिया’ में नजर आ चुकी हैं। दलेर मेहंदी का ‘रंग दे बसंती (2006)’ का टाइटल सॉन्ग ‘रंग दे बसंती’ उनके सबसे ज्यादा हिट सॉन्ग में से है। 2001 में दलेर मेहंदी बॉलीवुड में हाथ आजमाने लगे, उन्होंने ‘मकबूल’ फिल्म का ‘रू-ब-रू’ गाना गया और यह काफी पसंद भी किया गया।