नई दिल्ली: सरकारी लाभ सीधे लोगों के बैंक खातों में हस्तांतरित करने के उद्देश्य से रसोई गैस सब्सिडी के लिए शुरू की गई ‘पहल’ योजना को दुनिया के सबसे बडे नकद हस्तांतरण कार्यक्रम के रूप में गिनिज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है। पेट्रोलियम मंत्री धमेन्द्र प्रधान ने इसके लिए प्राप्त प्रमाणपत्र आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सौंपा। सरकार ने 15 नवंबर 2014 को देश के 54 जिलों से इसकी शुरुआत की थी। इस वर्ष 01 जनवरी से इसे पूरे देश में लागू किया गया। इसके तहत उपभोक्ताओं को बाजार मूल्य पर रसोई गैस सिलेंडर की आपूर्ति की जाती है और उस पर मिलने वाली सब्सिडी सीधे उनके खाते में हस्तांतरित की जाती है। अब तक 14.62 करोड़ उपभोक्ता पहल योजना को अपना चुके हैं।
योजना के शुरू होने से पहले 18.19 करोड़ लोग इस पर मिलने वाली सब्सिडी का लाभ उठा रहे थे, लेकिन इसके लागू होने के बाद इसका लाभ उठाने वालों की संख्या में 3.34 करोड की कमी आई है। डुपलिकेट, फर्जी या निष्क्रिय कनेक्शन को बंद करने की वजह से यह कमी आयी है। अभी प्रत्येक उपभोक्ता को एक वर्ष में सब्सिडी वाले 12 रसोई गैस सिलेंडर मिलते हैं और इससे अधिक का उपयोग करने पर उन्हेें बाजार मूल्य पर भुगतान करना पड़ता है।