गूगल ने इस अंदाज में दी पंचम दा को खास श्रद्धांजलि
एजेंसी/ नई दिल्ली। संगीत के प्रेमियों के लिए आज बेहद खास दिन है। आज ही के दिन पंचम दा यानी आर डी बर्मन का जन्म हुआ था। सर्च इंजन गूगल ने भी सोमवार को पंचम दा का डूडल बना याद किया है। संगीत निर्देशन के अलावा पंचम दा ने कई फिल्मों के लिए अपनी आवाज भी दी है। कई फिल्मों में उन्होंने अभिनय भी किया था। संगीत पंचम दा को विरासत में मिला था। 27 जून 1939 को कोलकाता में जन्मे राहुल देव बर्मन के पिता सचिन देव बर्मन की गिनती हिंदी फिल्म जगत के बड़े संगीतकारों में होती है।
आरडी बर्मन ऐसे बने पंचम
आरडी बर्मन को पंचम दा नाम से ज्यादा पुकारा जाता है। पंचम नाम के पीछे एक दिलचस्प कहानी है। दरअसल, आरडी बर्मन बचपन में जब भी गुनगुनाते थे, प शब्द का ही इस्तेमाल करते थे। यह बात एक्टर अशोक कुमार के ध्यान में आई। सा रे गा मा पा में ‘प’ का स्थान पांचवां है। इसलिए उन्होंने राहुल देव को पंचम नाम से पुकारना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे उनका यही नाम लोकप्रिय हो गया।
पिता के साथ भी किया काम
पंचम दा ने उस्ताद अली अकबर खान (सरोद) और सामता प्रसाद (तबला) से संगीत की शिक्षा ली थी। वह संगीतकार सलिल चौधरी को भी अपना गुरु मानते थे। पिता सचिन देव बर्मन के सहायक के रूप में भी उन्होंने काम किया है।
आशा भोसले थीं दूसरी पत्नी
पंचम दा की पहली पत्नी का नाम रीता पटेल था। रीता पंचम दा की फैन थीं। रीता ने अपने दोस्त से शर्त लगाई थी कि वह राहुल के साथ मूवी डेट पर जाएगी और ऐसा उन्होंने कर दिखाया। 1966 में दोनों की शादी हुई और 1971 में तलाक। इसके बाद आशा भोसले पंचम दा की जिंदगी में आईं। आशा भी पंचम दा की फैन थीं। 1980 में आरडी ने आशा भोसले से शादी कर ली। आशा ने अपने करियर के बेहतरीन गाने आरडी के साथ ही गाए और दोनों में अच्छी ट्यूनिंग हो गई थी।
जब लगा म्यूजिक कॉपी का आरोप
एक समय ऐसा भी आया जब पंचम दा पर म्यूजिक कॉपी करने का आरोप लगा। इससे पंचम दा के फैन्स को बेहद निराशा हुई। हालांकि कई बार पंचम दा ने फिल्ममेकर्स के दबाव में आकर ऐसा किया। कई बार उन्होंने प्रेरणा भी ली। ऐसा बताया जाता है कि ‘तुमसे मिलके’, ‘मेहबूबा मेहबूबा’, ‘जिंदगी मिलके बिताएंगे’ और ‘दिलबर मेरे’ जैसे गानों की धुन उन्होंने इंस्पायर्ड होकर बनाई।
मल्टी टैलेंटेड थे पंचम दा
संगीत निर्देशन के अलावा पंचम दा ने कई फिल्मों के लिए अपनी आवाज भी दी है। मल्टी टैलेंटेड पंचम दा ने संगीत निर्देशन और गायन के अलावा ‘भूत बंगला’ और ‘प्यार का मौसम’ जैसी फिल्म में एक्टिंग भी की। आरडी बर्मन ने 331 फिल्मों में संगीत दिया, जिनमें से 292 हिंदी में हैं। बतौर संगीतकार राहुल देव बर्मन फिल्मफेअर अवॉर्ड्स के लिए 17 बार नॉमिनेट हुए, लेकिन उन्हें तीन बार, ‘सनम तेरी कसम’, ‘मासूम’ और ‘1942: ए लव स्टोरी’ के लिए ही यह अवॉर्ड मिला।