गैंगस्टर से राजनेता बना था रॉकी, दर्जन से अधिक संगीन मामले हैं दर्ज
एजेंसी/ शनिवार को हिमाचल के सोलन के परवाणू में मौत के घाट उतारा गया जसविंद्र उर्फ रॉकी गैंगस्टार से राजनेता बना था। 34 वर्षीय जसविंदर के नाम पर पंजाब में एक दर्जन से अधिक संगीन मामले दर्ज हैं। रॉकी गैंगस्टर प्रभजिंद्र सिंह उर्फ डिंपी का करीबी रहा है।
रॉकी का नाम बद्दी के सुभाष अग्रवाल के अपहरण में फिरौती पर भी उछला। वाराणसी के एक कारोबारी के अपहरण के साथ इसका नाम भी जोड़ा गया। वर्ष 2012 में आपराधिक छवि को रॉकी ने सुधारने की कोशिश की। उसने आजाद प्रत्याशी के तौर पर पंजाब के मौजूदा स्वास्थ्य मंत्री सुरजीत कुमार के खिलाफ चुनाव लड़ा।
मात्र 1600 मतों से रॉकी चुनाव हार गया। चुनाव में रॉकी ने भाजपा के सुरजीत कुमार को कड़ी टक्कर दी। बीजेपी के सुरजीत को 40,901 मत पड़े थे, जबकि रॉकी ने भी 39,209 वोट हासिल किए। 2017 के चुनाव के लिए रॉकी पूरी तरह से तैयारी में जुटा हुआ था।
पुलिस ने टोल प्लाजा में भी गाड़ियों की फुटेज खंगाली है। साथ ही कुछ सस्पेक्ट्स के फोटो भी पुलिस के हाथ लगे हैं। पंजाब पुलिस के साथ मिलकर पुलिस जांच कर रही है। डीएसपी परवाणू प्रमोद चौहान ने कहा कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। जिस सस्पेक्ट गाड़ी की छानबीन की गई है, उसका नंबर पंजाब का है, लेकिन वह नंबर स्कूली का पंजीकृत है।
पहले मोटरसाइकिल पर हुई रेकी
पुलिस के मुताबिक एसयूवी गाड़ी के साथ-साथ एक बाइक पर भी रेकी हुई है। सीसीटीवी फुटेज में बाइक गाड़ी के आसपास दिखाई दे रही है। पुलिस के मुताबिक ऐसे कई क्लू हाथ में लगे हैं। जिस पर पुलिस गहनता से छानबीन कर रही है। शूटआउट गैंगवार का एक हिस्सा है। पुलिस पंजाब पुलिस की मदद भी इसमें ले रही है।
शॉर्प शूटर्स ने कोई मौका नहीं दिया। परवाणू को इस शूटआउट के चुनने के कई खास कारण भी रहे होंगे। रेकी के विरोधी गैंग ने टीटीआर से लेकर बाईपास परवाणू और पिंजौर चौक तक सुरक्षा व्यवस्था की कोताही को भी भांपा होगा। चंद मीटर दूर ही हरियाणा की सीमा शुरू हो जाती है। मात्र 15 से 20 मिनट की ड्राइव पर चंडीगढ़ तथा पंचकूला पहुंचा जा सकता है।
यह है गैंगस्टर जयपाल
सोलन में रॉकी की हत्या के समय जख्मी हुए उसके साथियों ने आशंका जाहिर की है कि रॉकी की हत्या गैंगस्टर जयपाल वासी गोबिंद नगर फिरोजपुर शहर के इशारे पर हुई है। जयपाल कई आपराधिक मामलों में वांछित है। जयपाल जेल में बंद गैंगस्टर चंदू की गैंग का सदस्य है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस समय चंदू और जयपाल नाभा की जेल में बंद हैं लेकिन जेल के भीतर रह कर ये अपना नेटवर्क चला रहे हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि कुछ दिन पहले फिरोजपुर छावनी में दीपू ढींगरा और कालू पंडित की हत्या के पीछे चंदू का हाथ था इसीलिए पुलिस ने चंदू को उक्त मामले में वांछित बताते हुए मामला दर्ज किया था।