उत्तराखंड

गैरसैंण को उत्तराखंड की स्थाई राजधानी बनाने को लेकर पुलिस और अनशनकारियों में झड़प

गैरसैंण को उत्तराखंड की स्थाई राजधानी बनाने को लेकर श्रीनगर के गोलापार्क में अनशनकारियों ने धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस कर्मियों से अनशनकारियों की नोंकझोंक भी हुई।गैरसैंण को उत्तराखंड की स्थाई राजधानी बनाने को लेकर पुलिस और अनशनकारियों में झड़प

 

बता दें कि प्रशासन और पुलिस ने बुधवार की रात अनशनकारियों को धरना स्थल से उठा दिया था। कई दिनों से अनशन पर बैठे लोगों की तबियम खराब होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

जहां से डिस्चार्ज होने के बाद वह गुरुवार को फिर से धरने पर बैठ गए। वहीं इंडियन फाउंडेशन के अध्यक्ष व भाजपा नेता शौर्य डोभाल ने पत्रकार वार्ता में कहा कि उत्तराखंड की स्थाई राजधानी को लेकर राज्य सरकार और विपक्ष को जन भावनाओं के अनुरुप कार्य करना चाहिए।

राजकीय प्रौद्योगिकी संस्थान में आयोजित करियर काउंसलिग कार्यक्रम में प्रतिभाग करने पहुंचे शौर्य डोभाल ने लोनिवि में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि वर्तमान समय पूरी दुनिया में युवाओं का है। ऐसे में देश की नई पीढी को सृजनात्मक रोजगार की ओर बढना होगा। कहा कि भारत में सर्विस और टैक्नोलॉजी के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। जिसके लिये उत्तराखंड में प्रयाप्त मानव संसाधन है। संसाधनों के सही उपयोग की आवश्यकता है।

साथ उन्होंने राजस्व के लिये शराब बिक्री पर पूछे गये सवाल पर कहा कि शराब सामाजिक बुराई है। इसे राजस्व प्राप्ति का जारिया बनाना सही नहीं है। बल्कि सरकारों को राजस्व वृद्धि के लिये अन्य विकल्पों पर विचार करना चाहिए। वहीं गैरसैंण के सवाल पर उन्होंने पक्ष और विपक्ष को जन भावनाओं के अनुरुप कार्य करने की बात कही। कहा कि राज्य के विकास के लिये सरकार को अपनी प्राथमिकता तय करनी होंगी। जिससे राज्य की जीडीपी में वृद्धि हो सके और राज्य सिर्फ राष्ट्रीय नहीं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा में भाग ले सके। इस मौके पर इंडियन फाउंडशेन के मृणाल डोभाल, पूर्व राज्य मंत्रि अजेंद्र अजय, भाजपा मीडिया प्रभारी महावीर रावत और मोहन सिंह नेगी आदि मौजूद थे।

 

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