गोरखपुर में निचलों इलाकों में कहर बरपा रही बाढ़, पानी से घिरे 36 गांव, गोरखनाथ घाट भी डूबा
गोरखपुर: यूपी के कई जिलों में बाढ़ का खतरा अभी कम नहीं हुआ है. गोरखपुर में घाघरा, रोहिन के बाद राप्ती ने भी कहर बरपाना शुरू कर दिया है. हर रोज दर्जनभर गांव बाढ़ से घिर रहे हैं. अब 36 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं. जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. ग्रामीणों की सुविधा के लिए 55 छोटी-बड़ी नाव को लगाया गया है.
इसके साथ ही शहर का गुरु गोरखनाथ घाट और बैकुण्ठ धाम भी पानी में डूब गया है. निचले इलाकों में बने घर भी पानी में डूब गए हैं. लोगों को राशन-पानी लाने के लिए भी नाव का सहारा लेना पड़ रहा है. प्रशासन के दावे के उलट यहां कोई भी सुविधा दिखाई नहीं दे रही है. दरअसल, पहाड़ों पर हो रही बारिश और नेपाल के पानी छोड़ने के कारण तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है. अनुमान के मुताबिक एक से दो दिन की बारिश में दर्जनों गांव में खतरे के निशान से ऊपर चल रही राप्ती, रोहिन और घाघरा तबाही मचा सकती है.
कैम्पियरगंज के 10 गांव बरगदही, मछलीगांव, भौराबारी, चंदीपुर, बुढ़ेली, चकदहा, भुजौली, रामकोला, नकेली, बलुआ, अलगटपुर रोहिन और राप्ती नदी से प्रभावित हैं. सहजनवां तहसील के छह गांव चकचोहरा, विडार, बनौड़ा, भुवाशहीद, गहीरा, सुथनी आमी और राप्ती नदी से प्रभावित हैं. सदर के 12 गांव शिवरिया, झरवा, बहरामपुर, खिरवनिया, कठवतिया उर्फ कठउर, चकरा दोयम, महेवा, सिंहोरावा, शेरगढ़, भौरामल, चकचोहरा गांव रोहिन और राप्ती नदी से प्रभावित हैं. गोला तहसील के 5 गांव बिहुआ, बल्थर जगदीशपुर, जैतपुर और ज्ञानकोल आमी, राप्ती, घाघरा नदी से प्रभावित हैं. बांसगांव तहसील के दो गांव कतरारी और करनजही राप्ती नदी से प्रभावित हैं.
राजघाट के गुरु गोरखनाथ घाट का इसी साल कोरोना की दूसरी लहर के पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकार्पण किया था. राप्ती की बाढ़ में गुरु गोरखनाथ घाट डूब गया है. इससे पहले ये राजघाट के नाम से जाना जाता रहा है. पर्यटन की दृष्टि से भी इसके सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दिया गया था, लेकिन उफनाई राप्ती नदी ने इसे अपने आगोश में ले लिया है. शहर के पश्चिमी छोर पर राप्ती नदी के पूरब का बहरामपुर मोहल्ले के कई टोला पानी में पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. लोगों को अपना सामान लेकर छतों पर जाना पड़ा है.
जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता बताते हैं कि नदियां धीरे-धीरे बढ़ रही हैं. वर्तमान में गोरखपुर में 36 गांव प्रभावित हैं. सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. घाघरा, राप्ती, रोहिन, गुर्रा, आमी और अन्य नदियां भी खतरे के निशान के पार पहुंच गई हैं, या पार करने वाली हैं. सभी तटबंधों की सतत निगरानी के साथ नाईट वाचिंग के लिए टीम लगाई गई है. 55 नाव इस समय लगा दी गई हैं. जहां भी आवश्यक्ता है, वहां राहत पहुंचाई जा रही है. खेत और आवागमन के मार्ग बाधित हुए हैं.