चाणक्य नीति के अनुसार बुद्धिमान लोग भूल कर भी ये 4 बातें किसी को न बताएं
अगर हम इतिहास की बात करे तो इतिहास के सबसे चालाक या यूँ कहे कि सबसे बुद्धिमान आचार्य चाणक्य की नीति से तो हर कोई वाकिफ है. मगर फिर भी आज हम आपको चाणक्य द्वारा बताई गई एक ऐसी जानकारी से रूबरू करवाने वाले है, जिसके बारे में जानने के बाद यक़ीनन आपका भविष्य संवर जाएगा. जी हां इस जानकारी से वाकिफ होने के बाद यक़ीनन आपको पता चल जाएगा कि आप जीवन में क्या गलतियां कर रहे है. यानि अगर हम सीधे शब्दों में कहे तो चाणक्य की ये नीति भविष्य में आपके काफी काम आएगी.
बरहलाल आज हम आपको उन चार बातों से रूबरू करवाना चाहते है, जो चाणक्य के अनुसार इंसान को भूल कर भी किसी दूसरे को नहीं बतानी चाहिए, क्यूकि इससे बाद में उसी का नुकसान होता है. तो चलिए अब आपको बताते है कि ऐसी कौन सी चार बातें है, जो एक बुद्धिमान व्यक्ति को कभी किसी दूसरे इंसान को नहीं बतानी चाहिए.
१. धन में हानि या व्यापार में घाटा होने को लेकर चर्चा करना.. गौरतलब है कि चाणक्य नीति के अनुसार यदि व्यक्ति को धन का नुकसान हो जाए या व्यापार में घाटा हो जाए तो इसका जिक्र उसे भूल कर भी किसी दूसरे के सामने नहीं करना चाहिए. जी हां चाणक्य के अनुसार इस बात को खुद तक ही सीमित रखना चाहिए. वो इसलिए क्यूकि जब दूसरे लोगो को आपकी आर्थिक तंगी के बारे में पता चलता है तो यक़ीनन वो आपसे मुँह फेर लेते है और आपका मजाक उड़ाते है. इसके इलावा चाणक्य के अनुसार खुद अपनी मेहनत से इस आर्थिक तंगी से बाहर निकलने की कोशिश करे.
२. व्यक्तिगत समस्या.. चाणक्य के अनुसार हर व्यक्ति की अपनी निजी जिंदगी होती है. ऐसे में किसी भी व्यक्ति को अपने निजी जिंदगी के मुद्दों को किसी दूसरे के सामने जाहिर नहीं करना चाहिए. जी हां यक़ीनन दूसरो के सामने ऐसी बातें करने से न केवल आपकी समस्या बढ़ेगी, बल्कि जिन लोगो के साथ आप ये बातें शेयर करेंगे, वही लोग आपकी पीठ पीछे आपका मजाक भी उड़ा सकते है. अब भले ही आप माने या न माने, लेकिन सच तो यही है कि लोग दूसरो के दुःख को देकर बेहद खुश होते है.
३. पत्नी के चरित्र के बारे में चर्चा.. चाणक्य के अनुसार एक बुद्धिमान व्यक्ति वही होता है, जो अपनी पत्नी के चरित्र के बारे में किसी दूसरे के सामने चर्चा नहीं करता. जी हां इससे न केवल आपकी पत्नी की बल्कि आपकी भी बेइज्जती होती है. इसके इलावा कुछ बातें ऐसी भी होती है, जो आप किसी दूसरे को नहीं बताना चाहते, लेकिन बातों बातों में चर्चा के दौरान वो बातें भी मुँह से निकल जाती है. जिसके चलते भविष्य में आपको काफी परेशानी हो सकती है.
४. अपमान की बात.. चाणक्य के अनुसार कभी किसी दूसरे को गलती से भी ये न बताएं कि आप किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा कभी बेइज्जत हुए है. इसके साथ ही कभी किसी को ये भी न बताएं कि जीवन में कभी किसी ने आपका मजाक उड़ाया था. यक़ीनन अगर आप इस बारे में किसी दूसरे को बताएंगे तो ऐसा हो सकता है कि वो भी आपका मजाक उड़ाने लगे. जिससे आपके मान सम्मान को ज्यादा ठेस लग सकती है.
वैसे इस जानकारी को पढ़ने के बाद आप समझ गए होंगे कि आपको जीवन में कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए और कौन सी बातों को दूसरो के सामने जाहिर नहीं करना चाहिए.