ज्ञान भंडार
चार्टर प्लेन में घूमता था ये नकली विजलेंस अफसर, सामान देख पुलिस हैरान
अजमेर। ट्रेनों में लंबे समय से खुद को टीटीई विजिलेंस अधिकारी बनकर ठगी कर रहे शातिर को रेलवे कर्मचारियों की मदद से जीआरपी ने रविवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को उसके बैग से एक फोटो भी मिला है जिसमें वह चार्टर प्लेन के साथ खड़ा है। इसके बारे में पूछने पर उसने गोलमाल सा जवाब दिया है। और खुल सकती हैं बड़ी वारदातें…
बैग खोला तो देखकर रह गई पुलिस हैरान
– पुलिस को उसके बैग से एक खाकी वर्दी, फर्जी नेम प्लेट, आई कार्ड व दस्तावेज मिले। वह अब तक 20 से ज्यादा टीटीई को ठग चुका।
– आरोपी से आरपीएफ की तीन स्टार सहित बैज लगी वर्दी, डेढ़ सौ से ज्यादा रेलवे के उच्च पदों के विजिटिंग कार्ड, फर्जी आई कार्ड, छह बैंकों की पासबुक व एटीएम कार्ड बरामद किए हैं।
– हाल ही उसने बलिया में कार्यरत एक टीटीई से पंद्रह हजार रु. बतौर विजिलेंस चैकिंग रिपोर्ट (वीसीआर) के लिए थे।
– कई ऐसे फोटो मिले, जिनसे कई और राज खुल सकते हैं।
– इसमें एक फोटो भी मिला, जिसमें एक चार्टर प्लेन के साथ वह खड़ा है। पुलिस ने पूछताछ की तो उसने गोलमाल सा उत्तर दिया है।
– पुलिस इस चार्टर के मूल दस्तावेज भी खंगालने के लिए पूछताछ कर रही है।
– अखिलेश उर्फ अरविंद यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया है।
ऐसे गया पकड़ा
– जीआरपी एसपी ओमप्रकाश ने बताया कि ट्रेनों में अपराधियों और संदिग्ध लोगों की धरपकड़ के लिए विशेष चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है।
– सोमवार रात जीआरपी थाने पर सूचना मिली थी कि आश्रम एक्सप्रेस के कोच संख्या बी-2 में सीटीआई ओमप्रकाश ने एक संदिग्ध को पकड़ा है। जिसे पकड़ा है वो खुद को टीटीई/सीटीआई विजिलेंस ऑफिसर बता रहा है।
– सूचना पर आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने ठगी की वारदातें कबूल कर ली। आरोपी अखिलेश उर्फ अरविंद यादव (37) पुत्र सीताराम यादव अहीरपुर, पोस्ट गंगउपुर पुलिस थाना मधुबन जिला मऊ (उतर प्रदेश) का मूल निवासी है।