चार किलोमीटर से दूर कुएं से महिलाएं लाती हैं पानी
दशकों से पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे लोगों को बड़ी राहत मिली, जब उन्हें पता चला कि पीएचई विभाग इलाके के डेढ़ सौ परिवारों के लिए डगवेल लगवाने जा रहा है, लेकिन पांच साल बीतने को हैं न तो डगवेल का काम पूरा हुआ और न ही लोगों की दिक्कतें कम हुईं।
हालात ऐसे हैं कि आज भी गांव की महिलाओं को चार किलोमीटर दूर कुएं से पानी भरकर लाना पड़ता है। समस्याएं यहीं खत्म नहीं होती महिलाओं को बच्चों को स्कूल भेजने और परिवार के खाना पकाने से पूर्व रोज सुबह कुएं से पानी भरने के लिए कतार में लगना पड़ता है।
स्थानीय निवासी वीरेंद्र सिंह, मोहिंद्र सिंह, शकुंतला देवी, अनुराधा, ब्यासो देवी, सावित्री देवी आदि ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि पानी और सड़क की समस्या के चलते लोग इस ओर अपनी बेटियाें की शादी भी नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा कि दिक्कत रोजमर्रा की है।
गांव के लोगों को निकटवर्ती वाहन कठेरा से मिलता है, जो गांव से बीस किलोमीटर की पैदल दूरी पर है। उन्होंने कहा कि पीएचई विभाग की लापरवाही से डगवेल का काम पंचवर्षीय योजना के पैटर्न को भी पार कर गया है। उन्होंने बताया कि कई बार अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं लेकिन किसी ने भी उनकी सुध नही ली है।
ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया तो क्षेत्र की महिलाएं, बच्चे और युवा सड़क पर उतरने को मजबूर हो जाएंगे।