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चीनी मीडिया-“चीन को भला-बुरा कह नहीं सच हो सकता भारत का सपना”

modi & obamaएजेंसी/ पेइचिंग
अमेरिका से भारत की लगातार बढ़ रही नजदीकी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्‍ट्रपति बराक ओबामा के बीच एक के बाद एक मुलाकातों से चीन की चिंताएं बढ़ गई हैं। उसका कहना है कि चीन को भला-बुरा कहकर भारत अपना सपना सच नहीं कर सकता है।

भारत और अमेरिका के संबंधों के ‘अभूतपूर्व स्तर’ तक पहुंचने का हवाला देते हुए चीन के सरकारी अखबार ‘ग्‍लोबल टाइम्‍स’ ने बुधवार को कहा कि भारत, चीन को ‘रोककर’ या एक पक्ष को दूसरे के खिलाफ खड़ा करके नहीं उभर सकता। अखबार की रिपोर्ट में कहा गया, ‘दो साल में अमेरिका की चार यात्राएं और राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ सात बैठकें- भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत और अमेरिका के संबंधों को एक अभूतपूर्व स्तर पर ले गए हैं। दोनों देशों का आपस में जुड़ाव कैसा होगा, इस बात पर गर्मागर्म चर्चाएं शुरू हो गई हैं।

रिपोर्ट में कहा गया, ‘किसी एक पक्ष का समर्थन करना या किसी दूसरे पक्ष के खिलाफ खेमेबंदी करने से भारत का उदय नहीं होगा। नई दिल्ली एक बहुआयामी कूटनीति की ओर देख रही है। अच्छा प्रदर्शन कर रही भारतीय अर्थव्यवस्था देश को बहुपक्षीयता के साथ और ज्यादा आश्वस्त होने और संतुलित अंतरराष्ट्रीय संबंध बनाने की कोशिश करने के लिए कई प्रोत्साहन देगी।’

मोदी की हालिया अमेरिकी यात्रा का संदर्भ देते हुए अखबार ने कहा, ‘चीन के साथ कई पहलुओं पर प्रतिद्वंद्विता के बावजूद भारत जानता है कि उसका बड़ा सपना चीन को भला-बुरा कहकर या उसे रोककर हकीकत में नहीं बदल सकता। इसके बजाय, उन्हें अपने हित के लिए सहयोग को विस्तार देना चाहिए, संभावनाओं को तलाशना चाहिए और आपसी विश्वास कायम करना चाहिए। चीन भारत के लिए एक प्रतिद्वंद्वी से ज्यादा सहयोगी है। यह चीन के प्रति भारत की मौलिक समझ बनाएगा।’

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