चीन – भारत महत्वपूर्ण देश पर मसूद आतंकी नहीं
चीन ने कहा है कि वह भारत के साथ विवादों को सुनियोजित तरीके से सुलझाना चाहता है। चीनी प्रधानमंत्री ली किक्यांग ने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर से कहा कि एशिया के विकास में दोनों देशों की अहम भूमिका निभाने और दुनिया को शांति का संदेश देने के लिए ऐसा जरूरी है।
ली ने उम्मीद जताई कि चीन और भारत का रक्षा मंत्रालय और सशस्त्र बल सीमा पर शांति और स्थायित्व के लिए बातचीत करेंगे और एक-दूसरे के संपर्क में रहेंगे। ली ने कहा कि भारत और चीन महत्वपूर्ण पड़ोसी देश हैं जिनके बीच सद्भाव और सहयोग से दोनों पक्षों और दुनिया को लाभ होगा।
उन्होंने कहा कि चीन के लिए भारत महत्वपूर्ण है। साथ ही द्विपक्षीय आदान-प्रदान, सामरिक रणनीति में आपसी तालमेल, लाभ के क्षेत्र का विस्तार चाहता है। ली ने कहा कि द्विपक्षीय सुरक्षा समझौते से दोनों देशों के बीच आर्थिक और व्यापार में बढ़ोतरी होगी।
मसूद मुद्दे पर अपने रुख पर चीन अडिग
पठानकोट एयरबेस हमले का मास्टरमाइंड जैश ए मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के मुद्दे पर चीन अपने रुख पर अडिग है। उसने मंगलवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र से मसूद पर प्रतिबंध लगवाने के प्रयास को रोकने का फैसला उसने तथ्यों और संबंधित प्रस्तावों के आधार पर लिया है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीन के उनके समकक्ष यांग जिएची के बीच महत्वपूर्ण सीमा वार्ता से पहले चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि चीन अजहर मुद्दे पर भारतीय पक्ष सहित सभी संबंधित पक्षों के साथ अच्छी तरह से बातचीत कर रहा है।