चीन से लौटा एक युवक देहरादून के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया गया कि उक्त युवक दो माह के लिए चीन में रहा था। जिसके बाद भारत लौटने पर दिल्ली एयरपोर्ट में उसकी स्क्रीनिंग की गई। यहां से वह जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचा। देहरादून पहुंचने के बाद उस युवक को हरिद्वार रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चीन से आए एक युवक के अस्पताल में भर्ती होने की खबर कुछ देर बाद ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। जिस पर सीएमओ डॉ. मीनाक्षी जोशी और जिला वेक्टर जनित रोग नियत्रंण अधिकारी सुभाष जोशी ने आनन-फानन में प्रेस कांफ्रेंस बुलाई।
प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि भारत में अभी कोई भी व्यक्ति कोरोना वायरस से ग्रसित नहीं है। न ही वायरस से संक्रमित कोई व्यक्ति देहरादून के किसी अस्पताल में भर्ती है। उन्होंने बताया कि देहरादून जिले के सभी निजी और सरकारी अस्पतालों को आइसोलेशन वार्ड बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
डॉक्टरों की छुट्टियों पर रोक
केेंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर कोरोना वायरस के अलर्ट के मद्देनजर राजकीय दून मेडिकल अस्पताल प्रशासन ने विशेष परिस्थितियों को छोड़कर सभी डॉक्टरों, पैरा मेडिकल और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। दून अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके टम्टा ने अस्पताल के डॉक्टरों के साथ बैठक कर इससे निपटने के लिए सुविधाओं और तैयारियों का जायजा लिया।
संदिग्ध बुखार पीड़ित नेपाली युवती मिली, बाद में लौट गई
चीन में फैले कोरोना वायरस से निपटने के लिए उत्तराखंड के नेपाल सीमा पर भी हाईअलर्ट जारी है। बनबसा, खटीमा और टनकपुर सीमा पर 209 से ज्यादा लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई। इस दौरान 18 वर्षीय नेपाली युवती किरन मास्क पहनकर आई तो उसकी जांच की गई।
हालांकि उसमें भी कोरोना वायरस के लक्षण नहीं मिले फिर भी उसका मोबाइल नंबर और पता ले लिया गया है। चिकित्सक डॉ. उमेश गुप्ता ने बताया कि किरन कुछ घंटे मेलाघाट क्षेत्र में रहने के बाद लौट गई। उसने बृहस्पतिवार को दोबारा जांच के लिए आने की बात कही है। वह नेपाल के बाबाथान क्षेत्र की बताई गई है। दूसरे दिन 42 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई।