चीफ सलेक्टर ने बताया आखिर क्यों अंबाती रायुडू को किया टीम इंडिया से बाहर
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने अपने कार्यकाल के आखिरी दिनों में इस बात से भी पर्दा उठा दिया है कि उन्होंने भारतीय टीम के मिडिल ऑर्डर बैट्समैन अंबाती रायुडू को क्यों टीम से बाहर किया। एमएसके प्रसाद ने कहा है अंबाती रायुडू के बाहर होने पर उन्हें भी बुरा लगा था।
45 वर्षीय एमएसके प्रसाद ने कहा है कि साल 2019 में अंबाती रायुडू ने अच्छा किया था, लेकिन वर्ल्ड कप से पहले उन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया गया। स्पोर्टस्टार को दिए एक इंटरव्यू में भारतीय टीम के चयनकर्ताओं की समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने खुलासा किया है कि अंबाती रायुडू को हमने आइपीएल की परफॉर्मेंस के आधार पर चुना था और वनडे टीम में शामिल किया था। समिति ने अंबाती रायुडू की फिटनेस पर भी फोकस किया था, लेकिन दुर्भाग्य से वे वर्ल्ड कप स्क्वाड से बाहर हो गए। यह वास्तव में एक बहुत अलग मुद्दा था।
मुझे भी बुरा लगा था – एमएसके
एमएसके प्रसाद ने कहा है, “मुझे रायुडू को लेकर काफी बुरा लगा। मैं साफ सकता हूं कि यह निर्णय यह बहुत ही मार्मिक मुद्दा था। हमारी चयन समिति ने हमेशा ये महसूस किया है कि वह 2016 के जिम्बाब्वे दौरे के बाद टेस्ट सलेक्शन के रडार पर हैं और मैंने उनसे बोला था कि वह टेस्ट क्रिकेट पर फोकस क्यों नहीं करते। अगर आपको याद हो तो हमने आइपीएल के प्रदर्शन के आधार पर उनको वनडे टीम में जगह दी थी। जो बहुतों को शायद उचित न लगे, लेकिन ये सच है।”
उन्होंने आगे कहा, “इसके बाद हमने एक महीने तक एनसीए में उनकी फिटनेस पर फोकस किया और उनकी मदद की। उन्होंने काफी हद तक अपनी फिटनेस हासिल कर ली थी, लेकिन दुर्भाग्य से वे टीम से बाहर हो गए। मैं खुद दुखी था कि उनके साथ क्या हुआ है(वर्ल्ड कप के सलेक्शन नहीं होने पर)। मुझे उनको लेकर बहुत बुरा लगा।” बता दें कि अंबाती रायुडू की जगह ऑलराउंडर विजय शंकर को टीम में चुना गया था और चयनकर्ताओं ने कहा था कि वे रिजर्व प्लेयर के रूप में हैं, लेकिन जब रिजर्व प्लेयर के तौर पर भी उनका चयन नहीं हुआ तो अंबाती रायुडू ने संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था। हालांकि, बाद में अपने फैसले को उन्होंने वापस ले लिया था।