चेतावनी को अनदेखा करने पर US ने सीरिया पर किया पहला हमला
बेरुत : सीरिया को अमेरिकी चेतावनी को नजरअंदाज करना महंगा पड़ गया.अमेरिका ने सीरियाई सेना पर पहली बार वॉरप्लेन्स से हमला कर दिया .इधर गुरुवार को हुए आईएसआईएस के हमले में 50 से ज्यादा लोग मारे गए.आईएस के आतंकियों ने सरकार के कब्जे वाले दो गांवों पर हमला किया था.
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इस बारे में अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने बताया कि जिस काफिले पर हमला किया गया, उसने सभी चेतावनियों को नजर अंदाज किया इसी के बाद हमने हमले का फैसला लिया. सरकार समर्थित फौजें, अल-तनाफ इलाके में अमेरिकी गठबंधन बल के पास ही थी. इस इलाके में ब्रिटिश और अमेरिकी सैनिक स्थानीय बल कोआईएसआईएस से लड़ने की ट्रेनिंग दे रहे थे.हमारे वॉरप्लेन्स ने जॉर्डन बॉर्डर के पास सीरियाई सरकार की समर्थक फौजों को निशाना बनाया.
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वहीं पेंटागन चीफ जेम्स मैटिस ने कहा कि हमले के बावजूद अमेरिका की सीरियाई सिविल वॉर में ज्यादा दखल देने की कोई योजना नहीं है. लेकिन हम अपने सैनिकों की सुरक्षा जरूर करेंगे.उधर, एक सीरियाई मानव अधिकार कार्यकर्त्ता ने कहा कि अमेरिकी हमले में 8 लोग मारे गए और 4 वाहन ख़त्म हो गए. स्मरण रहे कि 4 अप्रैल को सीरिया के इदलिब शहर में हवाई हमले के बाद हुए जहरीली गैस के रिसाव में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी इसके बाद 8 अप्रैल को अमेरिका ने सीरिया के एयरबेस पर 59 क्रूज मिसाइलें दागीं थी. इसमें 4 बच्चों सहित 9 लोगों की मौत हो गई थी.