चोरों का सरगना, उम्र 10 साल, थाने में भी किया कमाल!
इस बार ये नौबस्ता क्षेत्र के हवेली गार्डेन में बाराती बनकर पहुंचे लेकिन बारातियों की मदद से धरे गए। सभी आरोपी फीरोजाबद के रहने वाले हैं।
गैंग रविवार रात सफेद चमचमाती कार से उतरकर बारातियों के साथ हवेली गार्डेन पहुंचा। इसी दौरान दूल्हे के दोस्त किदवईनगर निवासी वरुण का मोबाइल गायब हो गया। साथियों ने मोबाइल की तलाश शुरू की तो उनकी नजर कार में बैठे बच्चे पर पड़ी।
शक होने पर वरुण ने उससे पूछताछ की तो वह सकपका गया। ड्राइवर सुबोध से पूछा गया तो उसने बताया कि वह इन लोगों के साथ फीरोजाबाद की एक ट्रैवल्स एजेंसी से कार लेकर आया है।
मौके पर पहुंची किदवईनगर पुलिस ने नाबालिग को हड़काया तो वह टूट गया। उसने बताया कि उसके साथी अंदर हैँ। इसके बाद पुलिस ने दीपक, नीरज और विनोद को धर दबोचा। उनके पास से मोबाइल भी बरामद हो गया।
कार से सजावट का सामान और चार-पांच जोड़ी कपड़े भी मिले। थाना प्रभारी फाजिल सिद्दीकी ने बताया कि नाबालिग सरगना का मुख्य साथी दिनेश फरार हो गया।
सरगना ने बताया कि उसने और दिनेश ने फीरोजाबद से पांच हजार रुपये में किराए पर कार ली। इसके बाद दीपक, नीरज और विनोद को भाड़े पर तैयार किया और यहां आ गए। बताया कि शादी बारातों में शामिल होकर जेवर और नगदी पार करते थे।
नाबालिग सरगना ने बताया कि कानपुर के अलावा आगरा और मथुरा में भी कई शादियों में चोरियां की हैं। एक रात में कम से कम तीन शादियों में जाते थे। उनकी नजर चढ़ावे और कीमती तोहफों पर रहती थी।
पुलिस ने बताया कि जब नाबालिग पकड़ा गया तो उसके कुछ देर बाद ही दिनेश का फोन दूसरे साथी के फोन पर आया। सिपाहियों ने उससे बात की तो दिनेश ने नाबालिग को छोड़ने के लिए 20 हजार रुपये देने की बात कही।
थाने में पुलिस वाले नाबालिग से पूछताछ कर रहे थे कि तुम चोरियां कैसे करते हो। तभी सिपाही रवि बोला कि उसका मोबाइल गायब हो गया। इसके बाद नाबालिग सरगना ने जेब से रवि का मोबाइल निकालकर दिया तो सभी हैरत में पड़ गए।
उसने बताया कि पिता टेंपो चलाते हैं। वह चौथी तक पढ़ा है। पहले वह जेब काटता था। करीब एक साल से दिनेश के साथ है।