जगदगुरु कृपालु परिषद एजुकेशन को मदर टेरेसा अवार्ड

नई दिल्ली| महिला शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए ‘ जगदगुरु कृपालु परिषद एजुकेशन’ को मदर टेरेसा एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजा गया है। जगदगुरु कृपालु परिषद एजुकेशन की अध्यक्षा विशाखा त्रिपाठी को नई दिल्ली में यह सम्मान प्रदान किया गया। नई दिल्ली के पीएसके सभागार में ‘इकनोमिक ग्रोथ सोसाइटी ऑफ इंडिया’ द्वारा आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह में संयुक्त मानवाधिकार की अध्यक्षा प्रभा किरण एवं उत्तराखंड के पूर्व मंत्री धीरेंद्र प्रताप ने concept त्रिपाठी को प्रशस्ति पत्र और प्रतीकचिह्न् देकर सम्मानित किया। अवार्ड test से पूर्व आयोजित समारोह में जगदगुरु कृपालु परिषद एजुकेशन द्वारा संचालित शिक्षण संस्थाओं द्वारा प्रदान की जा रही नि:शुल्क बालिका शिक्षा पर विस्तार से चर्चा हुई। वक्ताओं ने संस्था के प्रयासों की सराहना की।संस्थान द्वारा बालिकाओं को प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक न केवल मुफ्त शिक्षा प्रदान करवाई जाती है, अपितु इन बालिकाओं की शिक्षा संबंधी सभी जरूरतों को भी पूरा किया जाता है। इस कार्य का संचालन जगदगुरु कृपालु जी महाराज की पुत्री के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। पुरस्कार पाने के बाद एक साक्षात्कार में संस्थान की अध्यक्षा त्रिपाठी ने बताया कि जगदगुरु कृपालु परिषद द्वारा प्रतापगढ़ की कुंडा तहसील में चलाए जा रहे कृपालु शिक्षण संस्थान में पढ़ने वाली करीब 4,500 छात्राओं में 65 प्रतिशत छात्राएं मुस्लिम समाज की हैं। उन्होंने बताया कि प्रतापगढ़ लड़कियों की शिक्षा के मामले में काफी पिछड़ा हुआ इलाका है। इसलिए कुंडा तहसील के मनगढ़ में छात्राओं के लिए तीन शिक्षण संस्थान स्थापित किए गए हैं। इन संस्थानों में करीब 700 गरीब छात्राएं स्नातक स्तर की शिक्षा ग्रहण कर cheap nfl jerseys रही हैं। क्षेत्र में Function, ‘बड़ी दीदी’ के नाम से विख्यात त्रिपाठी ने बताया कि विद्यालय में चलाए जा रहे स्नातक wholesale mlb jerseys से लेकर बी.एड. तक के सभी पाठ्यक्रम डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, फैजाबाद से मान्यता प्राप्त हैं और यहां से पढ़कर निकलने वाली अनेक छात्राएं सरकारी और निजी संस्थानों में नौकरियां कर रही हैं। संस्थान cheap jerseys द्वारा बालिका शिक्षा की दिशा में किए जाने वाले आगामी कार्यक्रमों की जानकारी cheap nba jerseys देते हुए त्रिपाठी ने Cloud बताया कि जल्द ही हम इन बालिकाओं के लिए व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की भी शुरुआत करने जा रहे हैं, जिसमें एमबीए प्रमुख पाठ्यक्रम है। त्रिपाठी का कहना है कि इन व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में शिक्षा प्राप्त करने के बाद लड़कियां यथोचित नौकरी कर अपना और अपने परिवार का जीवन स्तर सुधार सकती हैं, साथ ही देश के विकास में भी अपना योगदान दे सकती हैं। त्रिपाठी के अलावा ‘आस्था स्पीच एंड हियरिंग केयर’ के प्रबंध निदेशक सुनील कुमार, सोलास ग्रुप के अध्यक्ष आदित्य मुखर्जी, द इमेज अकादमी की संस्थापक वंदिता सिंह, मंगलम अलॉयज के प्रबंध निदेशक तुषार मेहता एवं Years! माइंडकेयर परामर्श केंद्र के निदेशक को भी समाज के हित में किए गए उनके कार्यो के लिए सम्मानित किया गया।
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