जब बन रही हों दूसरी बार मां, तब रखें इन बातों का ध्यान
अगर आप दूसरा बेबी प्लान कर रही हैं तो कुछ खास बातों का जरूर ध्यान रखें ताकि कई तरह की समस्याओं से दूर रह सकें। पहले बच्चे और दूसरे बच्चे के बीच कम से कम 12 से 18 महीने का अंतर होना चाहिए। पहले बच्चे के बाद मां का शरीर काफी कमजोर हो जाता है। ऐसे में उसे दोबारा स्वस्थ बनाने के लिए शरीर में सभी पोषक तत्त्वों की भरपाई करना बहुत जरूरी होता है जो इससे कम अंतराल में कर पाना मुमकिन नहीं होता।
दूसरी बार गर्भधारण कब
दूसरी बार गर्भधारण के दौरान कुछ बातों को सुनिश्चित कर लेना बेहतर है जैसे-आप अक्सर कमजोरी, थकान और सुस्ती महसूस नहीं करती हैं।
शरीर में किसी भी विटामिन की कमी से ग्रस्त नहीं हैं।
खून की जांच करवाकर देख लें कि हीमोग्लोबिन का स्तर सही है या नहीं।
ऐसे में किसी तरह का मानसिक तनाव भी होने वाले बच्चे पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है इसलिए एक बार यह सुनिश्चित जरूर कर लें कि मानसिक रूप से इसके लिए आप पूरी तरह तैयार हैं।
अगर नौकरीपेशा वाली हैं तो आपको छुट्टी मिल सकती है।
वित्तीय स्थिति का भी ध्यान रखें।
ऐसे में परिजनों का सपोर्ट जरूरी है ताकि पहले बच्चे की देखरेख में लापरवाही न हो।
अगर पहला बच्चा छोटा है तो
अगर आपको लगता है कि सुबह के समय आपके पास ज्यादा काम है तो कोशिश करें कि अधिकतर काम रात को ही खत्म कर लें जैसे बच्चा प्ले स्कूल में है तो उसका बैग, बोतल और कपड़े रात में ही तैयार कर लें जिससे सुबह परेशानी न हो व उसकी सारी जरूरतें भी समय से पूरी हो जाएं।
बच्चे को गोदी की आदत न डालें। यदि वह एक साल का है तो उसे दलिया, दाल का पानी व केला आदि थोड़ा-थोड़ा खिलाएं ताकि आपकी अनुपस्थिति में भूखा न रहे। खिलौनों से खेलना सिखाएं जिससे वो व्यस्त रहे और आप ज्यादा परेशान न हों।
महिलाएं सामान्यत: हर काम अच्छे से करना चाहती हैं लेकिन गर्भावस्था ठहराव का दौर है। ऐसे में शरीर को आराम की जरूरत होती है इसलिए जरूरी नहीं कि सोमवार को जो काम करना है उसे उसी दिन किया जाए। इसके लिए खुद पर अधिक बोझ न डालें। थोड़ा आराम करें।
बच्चे का खयाल रखने, खाना पकाने और अन्य कामकाज के के दौरान पति या फिर घर के अन्य सदस्यों की मदद भी ले सकती हैं।