जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन के लिए पीएम मोदी करेंगे पहल?
दस्तक टाइम्स एजेन्सी/
रियासत में सरकार गठन की गुत्थी सुलझाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद पहल कर सकते हैं। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के साथ उनकी मुलाकात इसी सप्ताह के अंत तक संभव है।
दोनों दलों के स्थानीय नेताओं को उम्मीद है कि इस मुलाकात के बाद सरकार गठन का मार्ग प्रशस्त हो सकता है। महबूबा ने बुधवार को जम्मू स्थित पार्टी कार्यालय में जम्मू संभाग के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। वे वीरवार को अपने भाई तसद्दुक मुफ्ती को जम्मू संभाग के पार्टी नेताओं और प्रमुख कार्यकर्ताओं से मिलवा सकती हैं।
पांच फरवरी को पार्टी मुख्यालय में जम्मू संभाग के अधिवेशन को भी संबोधित करेंगी। पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद बुधवार को पहली बार महबूबा गांधी नगर स्थित पार्टी मुख्यालय पहुंचीं।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद भी बुधवार को जम्मू में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मिले। आजाद ने पत्रकारों से कहा कि राज्य में स्थायी सरकार जरूरी है, जहां तक कांग्रेस का सवाल है वह तो चौथे नंबर की पार्टी है।
सूत्रों की माने तो पांच फरवरी को महबूबा और पीडीपी के कुछ शीर्ष नेता दिल्ली जा रहे हैं। एक दिन पहले ही महबूबा ने राज्यपाल से कहा था कि केंद्र द्वारा विश्वास बहाली के ठोस कदम उठाए बिना सरकार नहीं बनाएंगी।
जानकारों की मानें तो पीडीपी 2002 की तर्ज पर कॉन्फीडेंस बिल्डिंग मेजर (सीबीएम) का आश्वासन चाहती है, जो कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार बनाने से पहले पीडीपी ने लिया था।
पीडीपी के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक में महबूबा ने स्पष्ट किया कि वह आननफानन में सरकार बनाने की बजाय सीबीएम पर केंद्र की पहल का इंतजार करेंगी। भाजपा के प्रदेश नेताओं खासतौर से प्रदेशाध्यक्ष सत शर्मा और पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को सियासी हालात की जानकारी दी है।
पार्टी नेताओं का कहना है कि पीडीपी की विश्वास बहाली के कदमों के बयानों पर भी केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा की गई है और उन्हें पूरी जानकारी दी गई।
पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सत शर्मा सीए का कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व को हर मामले की जानकारी दी जा रही है। सरकार गठन पर पूछे जाने पर शर्मा का कहना है कि भाजपा को लगता है कि सरकार जल्द बनेगी।
इतना ही नहीं, एक पदाधिकारी द्वारा मुफ्ती साहिब के निधन के बाद लिखे लेख की कटिंग महबूबा के सामने रखी तो वह उसे देख भावुक हो गईं।
उनका कहना था कि मुफ्ती साहब के बिना सब कुछ अधूरा है। वहीं पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने पार्टी के तमाम शीर्ष नेताओं को मीडिया में बेवजह बयान देने से परहेज करने को कहा है।