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जल्द बंद हो सकते हैं बैंकों के वॉलेट, कंपनियों के साथ हाथ मिल रहे बैंक

नई दिल्ली (एजेंसी)। पिछले साल नोटबंदी के बाद देश में आनलाइन पेमेंट और ई-वॉलेट का चलन तेजी से बढ़ा था लेकिन अब टाइम बदल गया है। ई-वॉलेट कंपनियों के साथ बैंक जिस तेजी से हाथ मिला रहे हैं, उससे उनके अपने वॉलेट पर खतरा मंडराने लगा है। माना जा रहा है कि बैंकों के अपने वॉलेट जल्द ही बंद हो सकते हैं।एक विषेशज्ञ ने कहा,तकनीक तेजी से बदल रही है। ऐसे में वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनियों के साथ हाथ मिलाकर नए डिजिटल उत्पादों को अपनाना फायदेमंद है। इसलिए कई बैंक ऐप्लिकेशन विकसित करने के लिए प्रौद्योगिकी फर्मों के साथ भागीदारी कर रहे हैं।’जल्द बंद हो सकते हैं बैंकों के वॉलेट, कंपनियों के साथ हाथ मिल रहे बैंक

जानकार बताते हैं कि देश में आईसीआईसीआई बैंक के पास अपना वॉलेट है। फिर भी उसने पेटीएम के साथ हाथ मिलाया, जिसके तहत वह क्रेडिट कार्ड की तर्ज पर छोटी अवधि के लिए छोटे कर्ज देगा। जब निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक ने फ्रीचार्ज का अधिग्रहण किया था तो उसने फैसला किया था कि उस ब्रांड को चलते रहने दिया जाएगा और वह उसे अपने वॉलेट के साथ नहीं मिलाएगा। ऐक्सिस बैंक में रिटेल लेंडिंग एंड पेमेंटस के प्रमुख संग्राम सिंह ने कहा, उपभोक्ताओं के साथ रिश्ते मजबूत करने में यह काफी कारगर तरीका है।

साथ ही बैंक इन ग्राहकों के साथ शुरुआती भुगतान से भी आगे का रिश्ता बना सकता है और उन्हें सेगमेंट-आधारित बैंकिंग उत्पाद मुहैया करा सकता है।’ इसी तरह आईडीएफसी बैंक के पास अपना वॉलेट ‘जिगिट’ था, लेकिन उसने ई-वॉलेट सेवाओं के लिए हाल ही में मोबिक्विक के साथ भी भागीदारी की है। आईडीएफसी बैंक का जिगिट और ऐक्सिस बैंक का लाइम अब ऐपल ऐप स्टोर और गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध नहीं है।

पेटीएम को किया गया सबसे अधिक बार डाउनलोड : गार्टनर इंडिया के शोध निदेशक डीडी मिश्रा ने कहा,बैंकों के लिए तकनीकी हलचलों पर लगातार नजर रखना और उनके साथ तालमेल बिठाते रहना आसान नहीं है। लेकिन ई-वॉलेट कंपनियां इस मामले में नए तरीके से काम करती हैं क्योंकि उनका असली धंधा यही है। यूं भी अब सब कुछ खुद ही करने का जमाना नहीं रह गया। अब पूरी व्यवस्था तैयार करनी होती है।

कुछ प्रमुख ई-वॉलेट कंपनियों के वॉलेट को गूगल प्ले स्टोर पर 1 करोड़ से भी ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है। पेटीएम को तो 5 करोड़ से भी अधिक बार डाउनलोड किया गया है। लेकिन बैंकों के वॉलेट को बहुत कम लोगों ने डाउनलोड किया है। केवल भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का वॉलेट ‘स्टेट बैंक बडी’ 1 करोड़ बार डाउनलोड किया गया है। आईसीआईसीआई बैंक के पॉकेट्स और एचडीएफसी बैंक के जैपपे को 50-50 लाख बार ही डाउनलोड किया गया है।

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