उन्होंने कहा कि निर्भया के गुनाहगार के उत्तराखंड प्रवेश पर रोक लगाई जाए। बलात्कार से संबंधित मामले फास्ट ट्रैक कोर्ट में निस्तारित किए जाएं जिससे अपराधी को जल्दी से जल्दी सजा मिल सके। उत्तराखंड में फोरेंसिक लैब की स्थापना हो जिससे मामलों के निस्तारण में तेजी आए।
मुख्यमंत्री रावत ने निर्भया के परिजनों को पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया और कहा कि इस तरह के जघन्य अपराधों का निस्तारण फॉस्ट ट्रैक के माध्यम से हो इस संबंध में प्रयास किए जा रहे हैं।
हरीश रावत ने कहा कि समाज एवं सरकार हर तरह से उनके साथ है। उन्होंने कहा कि हमारा भी यह प्रयास है कि रेप मामलों में अपराधियों को कानून के तहत कड़ी से कड़ी सजा मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फोरेंसिक लैब की स्थापना के लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। कानून के तहत उत्तराखंड में जघन्य अपराधों में संलिप्त दोषियों के प्रवेश पर कैसे रोक लगाई जाएगी। इस मामले में पुलिस अधिकारियों से विचार विमर्श किया जाएगा।