जानिए क्यों चर्चा में है अपनी शादी तोड़ने वाली लखनऊ की ये लड़की
रविवार को नेहा का विवाह उनके फैसले की कद्र करने वाले दूसरे लड़के सर्वेश के साथ हुआ। नेहा श्रीवास्तव अंबेडकर नगर एलडीए कालोनी में किराए पर अपनी मां मिथलेश के साथ रहती थीं।
नेहा के पिता रामप्रसाद का देहांत हो चुका है। परिवार में चार शादीशुदा बहनें सुमन, मोनी, कामिनी और पूजा हैं। घर का गुजारा पिता की मुट्ठी भर पेंशन से होता है। यही वजह रही कि बहनों में सबसे छोटी नेहा को इंटर से पहले ही पढ़ाई छोड़नी पड़ी।
नेहा कानपुर के देहली सुजानपुर में रहने वाली बहन के घर आती-जाती हैं। नेहा के जीजा प्रमोद श्रीवास्तव ने बताया कि कुछ महीने पहले नेहा की शादी गुजैनी अंबेडकर नगर कानपुर के एक लड़के से तय हुई थी। लड़के के घर में शौचालय नहीं था।
नेहा के ससुराल वाले शौचालय बनवाने की बात टालते रहे। अब जब शादी के दो दिन बाकी रह गए तो भी ससुराल वालों ने शादी के बाद शौचालय बनवाने की बात कही। लेकिन, नेहा इसके लिए तैयार नहीं हुई।
उसने 15 अप्रैल को अपने घरवालों से बात की और साफ कहा कि वह ऐसे घर में विवाह नहीं करेगी, जहां शौचालय नहीं है और विवाह तोड़ दिया। नेहा के इस कदम से बेहद खुश उसकी बुजुर्ग मां और पांच बहनों सहित पूरे परिवार ने नेहा को सराहा।
वहीं नेहा के परिवारवालों ने सामूहिक विवाह कराने वाली संस्था राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद के जरिए नेहा का विवाह दूसरे लड़के से तय कर दिया। नेहा की शादी रविवार को सर्वेश से हुई। नेहा के पति सर्वेश का कहना है, वह शौचालय अभियान के लिए महिलाओं को जागरूक करने के काम में नेहा का साथ देंगे।