जापानी दूतावास के शैक्षिक कार्यक्रम में शामिल हुए सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी एवं सी.एम.एस. प्रधानाचार्याएं
लखनऊ : सिटी मोन्टेसरी स्कूल के संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी के नेतृत्व में विद्यालय का 6 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने नई दिल्ली में जापान के राजदूत महामहिम केंजी हीरामात्सू से मुलाकात की, साथ ही जापानी दूतावास के तत्वावधान में आयोजित शैक्षिक कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस मुलाकात में भारत व जापान के बीच स्कूल-टू-स्कूल एक्सचेन्ज प्रोग्राम को बढ़ावा देने पर व्यापक चर्चा-परिचर्चा हुई। इस अवसर पर जापान के विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकाएं भी उपस्थित थे। इस शैक्षिक कार्यक्रम में प्रतिभाग के लिए जापान के राजदूत महामहिम केंजी हीरामात्सू ने सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी, सी.एम.एस. राजाजीपुरम कैम्पस की प्रधानाचार्या निशा पाण्डेय, सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) की प्रधानाचार्या संगीता बनर्जी, सी.एम.एस. स्टेशन रोड कैम्पस की प्रधानाचार्या श्रीमती वीरा हजेला, सी.एम.एस. चैक कैम्पस की प्रधानाचार्या अदिति शर्मा एवं सी.एम.एस. इण्टरनेशनल रिलेशन्स के हेड शिशिर श्रीवास्तव को विशेष रूप से आमान्त्रित किया था। उक्त जानकारी सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने दी है।
श्री शर्मा ने बताया कि इस मुलाकात में जापान व भारत के बीच स्कूल टू स्कूल एक्सचेंज प्रोग्राम, टीचर टू टीचर एवं स्टूडेन्ट टू स्टूडेन्ट एक्सचेंज प्रोग्राम पर व्यापक चर्चा-परिचर्चा हुई, जिससे दोनों देशों के छात्रों व शिक्षकों के बीच व्यापक बातचीत हो और वे एक-दूसरे से विचारों का आदान-प्रदान कर सकें और दोनों देशों के छात्रों के बीच मैत्री, सद्भाव व सहयोग की भावना को बढ़ावा मिले। इसके अलावा, शिक्षा के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच आपसी तालमेल से भारतीय छात्रों को जापान में उच्चशिक्षा प्राप्त करने में सहूलियतें मिलेंगी। श्री शर्मा ने बताया कि जापानी दूतावास द्वारा 6 अगस्त (हिरोशिमा दिवस) के अवसर पर आयोजित इस शैक्षिक कार्यक्रम में भारत के महान गणितज्ञ श्री श्रीनिवासन रामानुजम का स्कूल भाषण सुनाया गया, साथ ही श्री रामानुजम की यादगार फोटो एवं आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स रोबोट का प्रदर्शन भी किया गया। श्री शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. विश्व एकता व विश्व शान्ति की स्थापना को प्रतिबद्ध है और बड़े जोर-शोर से पूरी दुनिया में एकता व शान्ति का पैगाम पहुँचा रहा है। सी.एम.एस. के मानना है कि विभिन्न देशों के छात्रों के बीच विचार-विमर्श से विश्व एकता एवं विश्व शान्ति का पथ प्रशस्त होगा।