अजब-गजब

जो आप कभी सपने में भी नहीं सोच सकते, वैसा काम इस महिला ने गाय के गोबर से किया

हिन्दू धर्म में गाय का बहुत महत्व होता है. गाय को हिन्दू धर्म में माता का दर्जा दिया जाता है और उनकी पूजा की जाती है. गाय का गोबर और गौ मूत्र बहुत सी चीज़ों में काम आता है. आयुर्वेद में बहुत सी दवाईयों को बनाने में गौ मूत्र का इस्तेमाल किया जाता है. गाय का गोबर पूजा पाठ में इस्तेमाल किया जाता है. गाय का गोबर सिर्फ पूजा पाठ में नहीं बल्कि गाय के गोबर के उपले भी बनते हैं जो आज भी गाँव में खाना बनाने के काम आते हैं. इन सब बातों के बारे में आपने बहुत सुना होगा लेकिन आज हम आपको बताने वाले हैं कि एक महिला ने गाय के गोबर से कुछ ऐसा बनाया जिसके बारे में शायद ही कोई सोच पाए.जो आप कभी सपने में भी नहीं सोच सकते, वैसा काम इस महिला ने गाय के गोबर से किया

एक महिला ने गाय के गोबर से बना डाली ऐसी अनोखी चीज़ जिसे देखकर हर कोई रह जाएगा हैरान महिला ने गाय के गोबर से बनाया ये…महिला ने गाय के गोबर से कुछ ऐसा बना दिया जिसके बारे में आपने कभी सुना नहीं होगा. क्या कभी आपने गाय के गोबर से बने कपड़ों के बारे में सुना है? थोड़ा अजीब लग रहा होगा ये सुनकर लेकिन हम मजाक नहीं कर रहे. जी हाँ! नीदरलैंड की एक महिला ने गाय के गोबर का इस्तेमाल कपड़े बनाने के लिए किया. भले ही ये थोड़ा हैरान करने वाला है लेकिन इस महिला ने गाय के गोबर से कपड़े बनाकर ये साबित किया है कि कुछ भी करना नामुमकिन नहीं है.

कौन है वो महिला जिसने गाय के गोबर से बनाये कपड़े…
नीदरलैंड की रहने वाली जलिला एसाइदी नाम की एक महिला ने ‘वन डच’ नाम की स्टार्टअप कंपनी कुछ साल पहले शुरू की थी. जलिला एसाइदी पेशे से एक बायोआर्ट एक्सपर्ट हैं. जलिला ही वो महिला है जिन्होंने गाय के गोबर से ड्रेस बनाने का नायाब तरीका ढूँढा है.

कैसे बनाई गाय के गोबर से ड्रेस?
जलिला ने गाय के गोबर से सेल्यूलोज को अलग करके ड्रेस बनाने का तरीका ढूँढा. उन्होंने गाय के गोबर से निकले सेल्यूलोज से टॉप और शर्ट बनाई हैं. जलिला ने गाय के गोबर से सिर्फ ड्रेस ही नहीं बनाई बल्कि गोबर को रिसाइकिल करके बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक और पेपर भी बनाया है.
जलिला ने बताया कि लोग गाय के गोबर को वेस्ट समझते हैं लेकिन ये बहुत काम की चीज़ है. उनका कहना है कि ‘आने वाले समय में गाय के गोबर से कपड़ों को फैशन शो में इस्तेमाल किया जाएगा.’ बता दें किइस अनोखे काम के लिए ‘चिवाज वेंचर एंड एचएंडएम फाउंडेशन ग्लोबल अवॉर्ड’ से जलिला को सम्मानित किया गया और दो लाख डॉलर यानि 1.40 करोड़ रुपये की प्राइज मनी भी दी गई.

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