अद्धयात्म

ज्योतिष शास्त्र से जानिए, कौन सा ग्रह नहीं दे रहा आपका साथ

मनुष्य जीवन में सुख-दुख, आशा-निराशा आते जाते रहते है। जीवन में मनुष्य अपने साथ कई खुशिया लेकर आता है तो उसके साथ कई गम भी जुड़े रहते है। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है की मनुष्य के जीवन में सुख-दुख कर्मों के अलावा ग्रहों की चाल से भी प्राप्त करता है। सभी ग्रहों का फल और प्रभाव अलग होता है। यदि आप भी अपने जीवन में किसी खास समस्या को लेकर परेशान हैं या फिर आपको एक ही समस्या बार-बार आ रही है तो उसके स्वरूप के आधार पर पता लगाया जा सकता है कि यह किस ग्रह से संबंधित है।

समस्या और ग्रह के मूल्यांकन के जरिए किसी विध्वान पंडित के द्वारा ग्रहशांति करने से दोष निवारण आसान हो जाता है। इस प्रकार जीवन में सुख-शांति और खुशहाली को बनाया रखा जा सकता है। जानिए कौनसा ग्रह मनुष्य को कैसे करता है परेशान…

1- यदि पके साथ आये दिनों दुर्घटनाएं होती रहती हैं, कार्य करने के दौरान क्रोधित हो जाते है, यंत्रों से सम्बंधित परेशानिया होती है और वह खराब हो जाते हैं, बात-बात पर दूसरों के साथ झगडे हो जाता है तो आपको मंगल दोष हो सकता है।

2- मन में अधिक चंचलता के विचार आते है, विचित्र और बुरे ख्याल आना बढ़ गए है, अनजाना भय से भयभीत रहते है, बहुत भावुक हो जाते हैं, तो आपको चंद्रमा दोष हो सकता है।

3- विवाह नहीं हो पा रहा है या आपके वैवाहिक जीवन में तनाव है, पति-पत्नी में प्रतिदिन बहस होती रहती है, तलाक की नौबत आ गई है और रिश्ते में मनमुटाव चल रहा है तो यह शुक्र दोष का साया है।

4- अगर कार्यक्षेत्र में समस्याएं आ रही हैं, हड्डियों संबंधी रोग परेशान कर रहे हैं, रक्तचाप संबंधी समस्या है, अपच की दिक्कत है तो यह सूर्य का दोष हो सकता है।

5- आपके जीवन में उत्साह बिलकुल नहीं है, जुआ-सट्टा आदि खेलने की आदत हो गई है, गले में होने वाले रोगो से पीड़ित हैं, बेटी या बहन को कष्ट है तो यह बुध दोष हो सकता है।

6- यदि विधार्थी को अध्ययन में समस्याएं आ रही हैं, व्यक्तियों द्वारा अपमान किया जा रहा है, स्मरण शक्ति में अचानक से कमी आने लगी है, कारोबार की स्थिति खराब है तो आपको गुरु दोष हो सकता है।

7- अगर आप कानूनी समस्याओं में उलझे हुए हैं, अग्निकांड, चोरी, पारिवारिक कलह जैसी घटनाएं आपके साथ बार बार हो रही हैं, संतान के विवाह में बाधाएं आ रही हैं, कर्जदारो से परेशान हैं तो आपको शनि दोष है।

इन सभी दोषों के निवारण के लिए संबंधित ग्रह की शांति करानी चाहिए। साथ ही मंत्रजाप और दान-पुण्य करना चाहिए।

Related Articles

Back to top button