ट्रैवलिंग ना सिर्फ आपको रिफ्रेश करती है बल्कि काम के प्रति आपके मनोबल को भी बढ़ाने का काम करती है।ट्रैवलिंग करने के पीछे लोग अलग-अलग रीजन देते हैं। किसी को घूमने का शौक होता है तो किसी को नई जगह की किस्म-किस्म की डिशेज ट्राई करना अच्छा लगता है।कई बार तो लोग अपने बोरिंग डेली रूटिन से ब्रेक लेने के लिए भी बस्ता उठाए घूमने के लिए निकल पढ़ते हैं। लेकिन, ट्रैवल करने के पीछे सोहा अली खान एक इंटरेस्टिंग वजह बता रही हैं। आइए जानते हैं क्या है वो।
ट्रैवलिंग से बनते हैं आप बेहतर इंसान
सोहा मानती हैं कि व्यक्ति को साल में कम से कम एक बार किसी ऐसी जगह जाना चाहिए जहां वो पहले कभी नहीं गया हो। नई जगह घूमने का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि आप वहां जाकर नए लोगों से मिलते हैं,उनका रहन-सहन भी सीखते हैं। इसके अलावा वहां जाकर आपको उनकी भाषा से कुछ नए शब्द भी सीखने को मिलते हैं। इस तरह जब हम अपने घर वापस आते हैं तो घर तो हमारा वैसा ही रहता है लेकिन हम थोड़ा जरूर बदल चुके होते हैं, जो कि अच्छा भी है।
साल में एक बार ट्रैवलिंग क्यों है जरूरी
सोहा का कहना है कि दिनभर लोग अपने काम, अपने लक्ष्य को पाने के पीछे लगे रहते हैं। लगातार एक ही घर, एक ही वर्कप्लेस और एक ही तरह के लोगों के साथ काम करते समय आप भले ही एन्जॉय करते हों लेकिन आपका दिमाग भी एन्जॉय कर रहा हो ये जरूरी नहीं है। दिमाग को रिलैक्स रखने के लिए साल में कम से कम एक बार ट्रैवलिंग करना बेहद जरूर है। ऐसे में कुछ दिनों के लिए ही सही लेकिन अपनी सुबह किसी नई जगह से करें। कुछ शाम सुबह जल्दी ना उठने की फीलिंग के साथ करें। ऐसा करने पर आप रिलैक्स भी होंगे और वापस लौटने पर ज्यादा फोकस होकर काम कर पाएंगे।
ट्रिप पर इन बातों का रखें ख्याल
सोहा का मानना है कि एक नार्मल ट्रिप भी आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। सोहा ने अपने एक इंटरव्यू में कहा कि जब आप कहीं घूमने जाएं तो वहां की लोकल जगहों के बारे में पहले ही जानकारी प्राप्त कर लें। वो कहती हैं, आजकल सारी जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध होती है। वहां कौन सी चीज कितने रूपये में मिलती है, घूमने की जगहें एक दूसरे से कितनी दूर हैं और वहां तक आप कैसे पहुंच सकते हैं। इन सब चीजों की लिस्ट पहले से ही बनाकर रख लें।