भोपाल : मध्य प्रदेश के दतिया में जिला अस्पताल में चिकित्सकों की लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां डॉक्टरों ने एक गर्भवती महिला की जांच के दौरान बता दिया कि उसके पेट में मृत बच्चा है और उसे झांसी रेफर कर दिया गया। लेकिन महिला को रास्ते में ही प्रसव हो गया। इस दौरान बच्चा नार्मल पैदा हुआ। इस मामले में महिला के पति ने कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपकर लापरवाह चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। जिले के इंदरगढ़ तहसील स्थित ग्राम लोधीपुरा निवासी लखन केवट ने सोमवार को देर शाम कलेक्टर बीएस जामोद को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उसने बताया है कि उसकी पत्नी वन्दना केवट को प्रसव के समय गत 13 जुलाई को इंदरगढ़ स्वास्थ्य केन्द्र स्थित जिला चिकित्सालय के प्रसूति विभाग, दतिया में भर्ती कराया गया था, जहॉ डॉक्टरों ने मरीज व उनके परिजनों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया, साथ ही ड्यूटी पर मौजूद महिला डॉक्टर द्वारा बताया गया कि मरीज के पेट में बच्चा मृत है।
मरीज की जान को खतरा है और इसका अति शीघ्र आपरेशन कराएं। बाद में उन्होंने जिला चिकित्सालय में ड्यूटी पर उपस्थित दूसरे चिकित्सक से सलाह ली तो उन्होंने जिला चिकित्सालय दतिया में आपरेशन व्यवस्था न होने की कहकर मरीज को झांसी के निजी अस्पताल ले जाने की सलाह दी। परिजन मरीज को लेकर झांसी के लिए चले,लेकिन रास्ते में ही चिरूला थाने के पास वन्दना केवट को नार्मल बच्चा हो गया। जच्चा-बच्चा दोनों ही स्वस्थ हैं।