राष्ट्रीय

डौंडियाखेड़ा में 2०वें दिन भी नहीं मिला सोना

omउन्नाव (दस्तक ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के डौंडियाखेड़ा स्थित राजा राव रामबख्श सिंह के खंडहरनुमा किले में कथित खजाने की खोज कर रही भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने रविवार को 2०वें दिन भी खुदाई कराई  मगर निराशा हाथ लगी। 7० सेंटीमीटर खुदाई हुई  जिसमें न तो सोना मिला और न ही सोने मिलने की संभावना दिखी। उन्नाव (बीघापुर) के उपजिलाधिकारी विजय शंकर दुबे ने रविवार रात को बताया कि जिस दूसरे ब्लॉक में खुदाई का काम चल रहा है  वहां पर आज 7० सेंटीमीटर खुदाई की गई। अब तक इस ब्लॉक में कुल चार मीटर खुदाई की चुकी है। दुबे ने कहा कि खुदाई में अब तक सोना या उस जैसी कोई धातु नहीं मिली है। खनन स्थल पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। इस बीच आज इस तरह की खबरें आई हैं कि एएसआई ने अब खुदाई बंद करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इस बारे में एएसआई के किसी आधिकारी की तरफ  से अभी कोई बयान नहीं आया है। उपजिलाधिकारी ने कहा कि सोमवार को खुदाई का काम बंद रहेगा  लेकिन मंगलवार को खुदाई का काम फिर शुरू होगा। इससे पहले  खुदाई के दौरान पहले ब्लॉक में प्रातिक सतह मिलने के बाद वहां खुदाई बंद की जा चुकी है। पहले ब्लॉक की 5. 93 मीटर खुदाई में एएसआई को प्रातिक सतह मिली थी  जिसमें सोना होने की कोई संभावना नजर नहीं आई। गौरतलब है कि स्थानीय संत बाबा शोभन सरकार ने किले में एक हजार टन सोना दबा होने का सपना देखा था। उनके बताए अनुसार एएसआई ने यहां खुदाई शुरू की। सोना मिलने की संभावना क्षीण होती देख एएसआई की तरफ  से स्पष्टीकरण दिया गया कि खुदाई खजाने के लिए नहीं  बल्कि सांस्कृतिक अवशेषों के लिए की जा रही है। बाबा शोभन सरकार की तरफ  से लगातार खनन स्थल से सोना मिलने का दावा किया जा रहा है। उनकी तरफ  से खनन के तरीकों पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।

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