तुलसी के पौध को सबसे शुद्ध और पवित्र माना जाता है. कहा जाता है कि तुलसी के पौधे को घर-आंगन में लगाने से घर में सुख-समृद्धि आती है. तुलसी के पौधे का जितना पौराणिक महत्व है उससे कही ज्यादा यह पौधा अपने औषधिय गुणों के लिए जाना जाता है. आज के दौर में जितनी तेजी से लोगों में गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ने लगा है उसके इलाज के लोगों का झुकाव भी ऐलोपैथी की तरफ ज्यादा होने लगा है.
लेकिन तुलसी के पत्तों में कई ऐसे औषधिय गुण मौजूद हैं जो ऐलोपैथी की दवाईयों से कही ज्यादा कारगर माने जाते हैं. तुलसी के पत्ते कई गंभीर बीमारियों के इलाज में फायदेमंद होते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह पत्ते आपके बहरेपन की समस्या को भी दूर कर सकते हैं. तो चलिए हम आपको बताते हैं कि कैसे तुलसी की पत्तियाँ आपके बेहरेपन की समस्या के इलाज में मददगार हो सकती हैं.
तुलसी की पत्तियाँ
तुलसी में है बहरेपन का कारगर इलाज आज भी कई लोग कान बहना, कान दर्द, बहरेपन जैसी कान से संबंधित कई समस्याओं से परेशान नजर आते हैं. इतना ही नहीं कई लोग तो बहरेपन की समस्या से इस कदर परेशान हो जाते हैं कि डॉक्टर भी इलाज के दौरान अपने हाथ खड़े कर देते हैं.
भले ही डॉक्टर आपके बहरेपन की समस्या को दूर करने में असमर्थ हो गए हैं लेकिन तुलसी के पत्ते आपकी इस समस्या को दूर करने के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं.
तुलसी के पत्तों से ऐसे करें बहरेपन का इलाज
बहरेपन के अलावा कान से जुड़ी दूसरी परेशानियों से निजात पाने के लिए सबसे पहले तुलसी के कुछ पत्तों को पीसकर उसका रस निकाल लीजिए. फिर तुलसी के रस में कपूर मिलाकर उसको हल्का गर्म कर लें. इसके बाद उसकी कुछ बूंदे कान में डालें.
आप चाहें तो तुलसी के रस को हल्का गुनगुना करके भी अपने कान में डाल सकते हैं. तुलसी के पत्तों का यह इलाज कुछ ही दिनों में कानों की परेशानियों के साथ-साथ बहरेपन की समस्या को भी दूर करता है. गौरतलब है कि तुलसी की पत्तियाँ का यह इलाज बहरेपन की समस्या के लिए सबसे कारगर माना गया है. इसलिए अगर आप भी डॉक्टरी इलाज से थक गए हैं तो फिर एक बार आपको यह घरेलू उपचार करके जरूर देखना चाहिए.