तेलंगाना विधानसभा भंग, राज्यपाल ने मानी चंद्रशेखर राव की सिफारिश
नई दिल्ली : तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने विधानसभा भंग करने की सिफारिश की है। राज्यपाल ने उनका प्रस्ताव मंजूर कर लिया है। गुरुवार को दोपहर में कैबिनेट की मीटिंग के बाद उन्होंने ये फैसला किया। मीटिंग के बाद केसीआर ने राज्यपाल से मुलाकात की। वह ढाई बजे एक प्रेस कांफ्रेस को भी संबोधित करेंगे। विधानसभा भंग होने के बाद अब तेलंगाना में समय से पहले चुनाव होना तय है। केसीआर करीमनगर जिले के हुम्नाबाद में 7 सितंबर को एक जनसभा को संबोधित कर सकते हैं। विधानसभा का समय इस साल जून में खत्म हो रहा है, माना जा रहा है कि अगर चुनाव देर से होते तो इसका नुकसान उन्हें उठाना पड़ सकता था।
केसीआर की पार्टी कांग्रेस को मौका नहीं देना चाहती है। माना जा रहा है कि अगर अप्रैल-मई तक लोकसभा चुनाव के साथ ये चुनाव होते तो इससे कांग्रेस को फायदा मिल सकता था। खासकर आंध्र प्रदेश में मोदी विरोधी भावनाओं से कांग्रेस को तेलंगाना में मजबूती मिलने के आसार हैं। केसीआर बीते दो महीनों में तीन बार पीएम नरेंद्र मोदी से मिल चुके हैं। संकेत है कि वो एनडीए में शामिल हो सकते हैं। सीएम राव अगले 50 दिनों में 100 विधानसभा क्षेत्रों में 100 जनसभाओं को संबोधित करने वाले हैं, इस मैराथन अभियान की शुरुआत सात सितंबर को करीमनगर जिले की हुस्नाबाद विधानसभा सीट से करने वाले हैं।