तो बच्चा हो सकता है अवसाद का शिकार
अगर माता-पिता में से कोई भी एक डिप्रेशन (अवसाद) का शिकार है तो सतर्क हो जाएं कयोंकि ऐसे में बच्चों को भी अवसाद का खतरा बढ़ जाता है। हाल ही में हुई एक अध्ययन में यह बताया गया है कि सिर्फ मां की वजह से ही नहीं, बल्कि पिता के डिप्रेशन में होने से भी बच्चे मानसिक तनाव के शिकार हो जाते हैं। ऐसे में आप अपना ख्याल रखें और अवसाद से बचें।
शोधकर्ताओं के अनुसार समाज में ऐसी धारणा बनी हुई है कि बच्चों पर सबसे ज्यादा नकारात्मक प्रभाव उनकी मां के व्यवहार के कारण ही पड़ता है पर असलियत बिल्कुल अलग है। पिता के अवसाद में होने की वजह से बच्चों के दिमाग पर उतना ही नकारात्मक असर पड़ता है जितना उनकी मां के अवसाद में होने के कारण होता है।
वहीं मां और पिता दोनों के अवसाद में होने कि वजह से बच्चों के दिमाग पर एक समान ही विपरीत असर पड़ता है। इस अध्ययन में लगभग 13,838 लोगों को शामिल किया गया है। अध्ययन के दौरान 7 से 9 साल की उम्र के बच्चे और 13 से 14 साल की उम्र वाले बच्चों से सवाल पूछे गए। बच्चों के जवाबों के आधार पर उनमें अवसाद का पता चला। अगर शुरू में ही बच्चों में होने वाली अवसाद को पहचान लिया जाए, तो समय रहते बच्चों को बिमारी से बचाया जा सकता है।