उत्तर प्रदेश
दिखी अखिलेश की दरियादिली,’अनंतपुर धौकल’ को लिया है गोद
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अनंतपुर धौकल गांव को गोद लिया है। इस गांव को गोद लेने का खास कारण “खजांची नाथ” हैं। जानें अखिलेश का खजांची प्रेम…
नोट बंदी के दौरान 2 दिसंबर 2016 को झींझक की पंजाब नेशनल बैंक नोट बदलवाने के लिए लाइन में लगी सरदारपुर निवासी नि:शक्त सर्वेशा देवी ने बेटे को जन्म दिया था। बैंक के बाहर बच्चे का जन्म होने पर उसका नाम खंजाची नाथ रख दिया गया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को इसकी जानकारी हुई तो उन्होने उसकी परवरिश के लिए परिवार को आर्थिक सहायता दी थी। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने उसका जन्मदिन मनाने के लिए 29 नवंबर को सैफई बुला लिया था। दो दिसंबर को सैफई में जन्मदिन मनाया गया था।
इसके बाद वह लोग वहीं रुके थे। बीती 3 दिसंबर को अखिलेश यादव ने खजांची की मां व परिवार से मुलाकात कर उसका हालचाल लिया था। उन्होंने उसके रहने के स्थान के बारे में जानकारी की तो बताया कि खंजाची के पिता की मौके के बाद वह अब मां के साथ ननिहाल झींझक के अनंतपुर धौकल गांव में रह रहा है। उन्होंने अनंतपुर धौकल को गोद लेने की घोषणा की और गांव में हरसंभव विकास कराने की बात कही। इसके बाद 4 दिसंबर को उन्होंने निजी वाहन से उसे उसके ननिहाल भिजवा दिया था।
गुरुवार को पूर्व प्रधान पति नीरू सिंह के फोन पर लखनऊ से आई सूचना के बाद अनंतपुर धौकल गांव के ग्रामीणों ने उसके घर पहुंचकर मिठाई बांटी और खुशी मनाई। ग्रामीणों ने कहा कि उसके पैदा होने से गांव का नाम रोशन हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री के गांव के गोद लेने पर गांव में विकास की उम्मीद जगी है। ग्रामीणों ने बताया कि यह गांव पूर्व मुख्यमंत्री डिंपल यादव के संससदीय क्षेत्र में आता है। वहीं सर्वेसा ने बताया की अखिलेश यादव ने उनसे कहा कि अगला जन्मदिन वहीं गांव में मनाया जाएगा जिसमें वह खुद शामिल होंगे।