स्वास्थ्य

दिनभर के ग्रहण विषैले तत्वों को कुछ इस तरह निकाले अपने शरीर से बाहर

शरीर को स्‍वस्‍थ बनाएं रखने के लिए जरूरी है कि उससे विषैले पदार्थों को बाहर निकाला जाए क्योंकि दिनभर में आप किसी न किसी तरह से विषैले पदार्थों का सेवन करते ही रहते हैं। जैसे जब आप ट्रैफिक मे फंसे होते हैं तो प्रदूषणयुक्त सांस ले रहे होते है, किसी भी तरह का समुद्री भोजन( मछली) करते हैं तो कई बार उसके साथ भी विषैले पदार्थों के सेवन की संभावना होती है, पीने के पानी के साथ कई बार लेड का सेवन कर जाते हैं।दिनभर के ग्रहण विषैले तत्वों को कुछ इस तरह निकाले अपने शरीर से बाहर

इसी तरह की जीवनशैली के कारण शरीर में काफी ज्यादा विषैले तत्व( टॉक्सिन) जम जाते हैं जो कि स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक है। इसलिए शरीर से विषाक्‍त पदार्थों को बाहर निकालना जरूरी हो जाता है। और यह प्रक्रिया प्राकृतिक तरीके से की जाएं तो ज्‍यादा बेहतर रहता है। हम बता रहे हैं आपको कुछ ऐसे फूड जो प्राकृतिक तरीके से आपकी बॉडी को विषैले तत्वों से बचाते हैं।

दूध

कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ आपके शरीर को हानिकारक लेड के प्रयोग से बचाते हैं इसलिए अपने खाने में कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों दूध, हरी पत्तेदार सब्जियों को अधिक से अधिक शामिल करें।

ब्रोकली स्प्राउट

एक अध्ययन के अनुसार अंकुरित ब्रोकली से बना पेय पदार्थ वायु प्रदूषण से होने वाले खतरे को कम करता है क्योंकि अंकुरित ब्रोकली में ग्लूकोराफेनिन की अधिक मात्रा पायी जाती है जो एक तरह का एंटीआक्सीडेंट है और यह शरीर से विषैले पदार्थों को निकलता है।

केला

केले में विटामिन C पर्याप्त मात्रा में होता है जिससे यह वायु प्रदूषण से होने वाली अस्थमा और क्रोनिक आब्सट्रेक्टिव पल्मोनरी जैसी बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को राहत प्रदान करता है। इसके अलावा ऐसी बीमारियों में आप विटामिन C से भरपूर अन्य फल और सब्जियों का सेवन करना भी फायदेमंद होता है।

सनफ्लावर सीड्स

हवा में मौजूद छोटे-छोटे कण जो कि सांस के जरिए फेफड़ों में पहुंच जाते हैं और उसे नुकसान पहुंचाते हैं ऐसी स्थिति में सनफ्लावर सीड्स का प्रयोग करें। सनफ्लावर सीड्स में विटामिन E पाया जाता है और विटामिन E आपके फेफड़े के कार्य करने की क्षमता में सुधार करता है और उसे डैमेज होने से बचाता है। सनफ्लावर सीड्स को अपने सलाद और दोपहर के स्नैक में शामिल करें।

ऑलिव ऑयल

एक अध्ययन के अनुसार वायु प्रदूषण से बचने के लिए ऑलिव ऑयल और फिश ऑयल की तुलना की गई जिसमें ऑलिव ऑयल ज्यादा प्रभावी पाया गया। प्रदूषित सांस लेने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती है जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी बीमारी होने का खतरा होता है। लेकिन ऑलिव ऑयल के प्रयोग से श्वशन प्रणाली ठीक होती है और यह ब्लड वेसल्स के कार्यक्षमता में सुधार करता है।

ग्रीन टी

एक रिसर्च के अनुसार ग्रीन टी का प्रयोग हवा में उड़ने वाले प्रदूषित कणों, पालतू जानवरों से निकलने वाली रूसी( डैंड्रफ), आदि से होने वाली एलर्जी से आपको बचाते हैं। ग्रीन टी में पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट गुण एलर्जिक रिएक्शन से बचाता है। इसलिए बीच-बीच मे ग्रीन टी का सेवन करें।

प्रोबॉयोटिक फूड

वातावरण में पाए जाने वाले लेड, मरक्यूरी( पारा) जैसी भारी धातुएं वायु को प्रदूषित करते हैं और उसी प्रदूषित वायु को हम ग्रहण करते हैं इसके लिए रिसर्च के माध्यम से ऐसे प्रोबायोटिक बैक्टीरिया लैक्टोबैसिलस की खोज की गई है जो आपके बॉडी से विषैले तत्वों को बाहर निकालने और उनको शरीर के अन्दर जाने से बचाते हैं। प्रोबायोटिक कैप्सूल भी बाजार में उपलब्ध हैं।

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