उत्तर प्रदेश

दिलचस्प प्रतियोगिताओं द्वारा देश-विदेश के छात्रों ने पलटे इतिहास के पन्ने

अन्तर्राष्ट्रीय इतिहास एवं नागरिक शास्त्र महोत्सव ‘रिफलेक्शन-2017’

लखनऊ: सिटी मोन्टेसरी स्कूल, महानगर कैम्पस द्वारा सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित किए जा रहे अन्तर्राष्ट्रीय इतिहास एवं नागरिक शास्त्र महोत्सव ‘रिफलेक्शन-2017’ के दूसरे दिन आज श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश व देश के कोने-कोने से पधारे लगभग 500 छात्रों ने विभिन्न दिलचस्प प्रतियोगिताओं के माध्यम से इतिहास व नागरिक शास्त्र के ज्ञान का जोरदार प्रदर्शन किया। देश-विदेश के प्रतिभागी छात्रों ने आज पोस्ंटर-मेकिंग, इण्टरनेशनल हिस्ट्री ओलम्पियाड, वाद-विवाद, माडल डिस्प्ले, ब्रोशर-मेकिंग, मल्टीमीडिया प्रजेन्टेशन एवं ग्रुप डिस्कशन आदि प्रतियोगिताओं के माध्यम से इतिहास के पन्ने पलटे और कई तथ्यों पर प्रकाश डाला। ‘रिफलेक्शन-2017’ में पधारे देश-विदेश के प्रतिभागी छात्रों ने मानवता के कल्याण की ऐसी लहर प्रवाहित की है, जो आगे चलकर आदर्श समाज की स्थापना में मील का पत्थर साबित होगी। रिफलेक्शन-2017 के दूसरे दिन का शुभारम्भ स्कूल प्रार्थना एवं विश्व एकता प्रार्थना से हुआ, जिसने सम्पूर्ण वातावरण में आध्यात्मिक उल्लास प्रवाहित किया। इस अवसर पर प्रख्यात शिक्षाविद् व सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी ने ‘परपज ऑफ टुडेज एजुकेशन’ पर बोलते हुए कहा कि एक सामाजिक संस्था के रूप में स्कूल का उत्तरदायित्व महत्वपूर्ण एवं व्यापक है। यह समाज को मार्गदर्शन देने वाली संस्था है। डा. गाँधी ने प्रतिभागी छात्रों से कहा कि इतिहास हमें सिखाता है कि अनगिनत असफलताओं से भी निराश न होकर समस्या का समाधान सूझबूझ से निकाल लेना चाहिए।

रिफलेक्शन-2017 की प्रतियोगिताओं में इन्विजन (वाद-विवाद) प्रतियोगिता काफी आकर्षक रही। सीनियर वर्ग की यह प्रतियोगिता ‘टेक्नोलॉजिकल प्रोग्रेस सिग्नीफाइस द डिक्लाइन ऑफ ह्यूमन, मोरल, स्पिरिचुअल एण्ड ट्रेडीशनल वैल्यूज’ विषय पर आयोजित हुई, जिसके फाइनल राउण्ड में 12 छात्रों ने विषय के पक्ष में जबकि 12 छात्रों ने विषय के विपक्ष में अपने विचार रखे। विषय के पक्ष में बोलते हुए एक प्रतिभागी छात्र ने कहा कि प्रौद्योगिकी व तरक्की हमें प्रकृति व आध्यात्मिकता से दूर ले जा रही है। विपक्ष में बोलते हुए श्रेया ने कहा कि प्रौद्योगिकी विकास द्वारा हम अपने पारंपरिक मूल्यों से फिर से परिचित हो रहे हैं। रोशन राज का कहना था कि ‘फैट मैन’ व ‘लिटिल ब्वाए’ जैसे न्यूक्लियर बम प्रौद्योगिकी की ही देन है। आज पढ़ाई क्लास रूम में नहीं होती क्योंकि बच्चे फोन पर व फेसबुक में ही उलझे रहते हैं। आने वाले समय में रोबोट हमारे ऊपर राज करेंगे। इसी प्रकार कई अन्य छात्रों ने अपने सारगर्भित विचारों से जनमानस को प्रोद्योगिकी एवं विकास के बीच संतुलन पर जोर दिया। प्रातःकालीन सत्र में ही जूनियर वर्ग की एक्सप्रेशिव आईज (पोस्ंटर-मेकिंग) प्रतियोगिता सम्पन्न हुई। इस प्रतियोगिता में 64 छात्र टीमों ने प्रतिभाग किया जिन्होंने ‘ऑवर फण्डामेन्टल राईट्स एवं डायरेक्टिव प्रिन्सिपल्स’ विषय पर अपनी रचनाधर्मिता एवं कलात्मक प्रतिभा का जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों द्वारा बनाये पोस्टर की दर्शकों ने मुक्त कंठ से प्रशंसा की। इसी प्रकार केलाइडोस्कोप (ब्रोशर-मेकिंग) प्रतियोगिता में प्रतिभागी छात्रों ने ‘माई सिटी – देन एण्ड नाऊ’ विषय पर अपने विचारों को अभिव्यक्ति दी। प्रतियोगिता के अन्तर्गत प्रतिभागी छात्रों ने अपने-अपने शहर के ऐतिहासिक महत्व को चार पेजों के ब्रोशर में दर्शाया। प्रत्येक टीम में दो छात्र सदस्य थे जिन्होंने विभिन्न प्रकार के आर्टिस्टिक टूल की मदद से एक से बढ़कर एक ब्रोशर बनाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

सीनियर वर्ग की स्कल्प्टिंग आईडियाज (माडल डिस्प्ले) प्रतियोगिता भी काफी रोचक रही, जिसमें देश-विदेश की 32 छात्र टीमों ने बड़े जोश व उत्साह से भागीदारी की। प्रतियोगिता का विषय था ‘इण्डस्ट्रियल रिवोल्यूशन’, जिसके अन्तर्गत प्रतिभागी छात्रों ने बालू की ट्रे में मिट्टी एवं प्लास्टर ऑफ पेरिस की सहायता से एक से बढ़कर एक शानदार कलात्मक माडल बनाकर इतिहास को फिर से जीवंत कर दिया। सीनियर वर्ग की हॉली रिविलेशन (मल्टीमीडिया प्रजेन्टेशन) प्रतियोगिता भी खासी रोचक रही। इस प्रतियोगिता में प्रतिभागी छात्रों ने ‘द इसेन्स ऑफ ऑल रिलीजन्स इज वन। ओनली देअर अप्रोचेज ऑफ डिफरेन्ट’ विषय पर पॉवर प्वाइन्ट प्रजेन्टेशन तैयार किये। प्रतियोगिता में छात्रों ने कला-कौशल व हुनर की जोरदार प्रदर्शन कर साबित कर दिया कि ऐसे विषयों पर भावी पीढ़ी की गहरी पकड़ है। इसके अलावा, आज ग्रुप डिस्कशन एवं इण्टरनेशनल हिस्ट्री ओलम्पियाड को दूसरा राउण्ड भी आयोजित किया। इन प्रतियोगिताओं में भी छात्रों ने अपनी वाकपटुता व अभिव्यक्ति की क्षमता का जोरदार प्रदर्शन किया।

प्रतियोगिताओं के अलावा आज सायंकालीन सत्र में देश-विदेश से पधारे छात्रों व टीम लीडरों के सम्मान रात्रिभोज एवं साँस्कृतिक संध्या का विशेष आयोजन सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) ऑडिटोरियम में किया गया। इस अवसर पर देश-विदेश से पधारे प्रतिभागी छात्रों ने रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों की इन्द्रधनुषी छटा बिखेरकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि ‘रिफलेक्शन-2017’ में श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश एवं भारत के विभिन्न राज्यों से पधारी लगभग 70 छात्र टीमें प्रतिभाग कर रही हैं। ‘रिफलेक्शन-2017’ के अन्तर्गत कल, 21 अगस्त को लीग ऑफ नेशन्स (ग्रुप डिस्कशन – फाइनल राउण्ड), प्लैटो पॉन्डरिंग्स (भाषण), इंडीवर (प्रोजेक्ट ऑफ कम्युनिटी सर्विस) एवं आस्ट्रा ग्रेस (कोरियोग्राफी) प्रतियोगिताएं आयोजित की जायेंगी।

 

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