नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली के किराड़ी इलाके में स्थित कपड़े के एक गोदाम में रविवार रात लगी भीषण आग ने 2 मंजिला मकान को भी अपनी चपेट में ले लिया, जिससे वहां मौजूद 13 लोगों में से 9 की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई लोग झुलस गए हैं। जान गंवाने वालों में कई महिलाएं और मासूम बच्चे भी हैं। आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। प्रेम नगर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। जान गंवाने वाले सभी लोग बिहार के मधुबनी जिले के रहने वाले हैं। इस बीच बिहार के रहने वाले दिल्ली के कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि वे घटनास्थल पर जा रहे हैं। इसी के साथ उन्होंने मुआवजे के तौर पर 1 करोड़ रुपये देने की मांग की है। वहीं, दिल्ली सरकार ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। हादसे को लेकर दमकल विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, उन्हें रविवार देर रात करीब 12:30 बजे किराड़ी स्थित इंदर एन्क्लेव फेस -1, डी ब्लॉक गली नंबर 4 मकान नंबर 206 में आग लगने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही दमकल व पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे व आग पर काबू पाने का काम शुरू कर दिया। यह मकान रामचंद्र झा का है।
दमकल के अधिकारियों के मुताबिक, कुल 5 गाड़ियों की मदद से आग बुझाने का काम शुरू किया गया। कुछ ही देर में आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन तब तक इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो चुकी थी। दमकल अधिकारियों का कहना है कि आग पर काबू पाने के दौरान कई लोगों को बाहर निकाल लिया गया, तो कई को आग पर काबू पाने के बाद घर से निकाला गया, जिनमें 4 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 6 लोग पूरी तरह से बेहोश व गम्भीर हालत में थे। उन्हें संजय गांधी व पास के आसपास में भर्ती कराया गया था, इनमें से भी एक की मौत की सूचना है। हादसे के समय मकान में करीब 13 लोग मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि जिस मकान में आग लगी वह 50 गज जमीन पर बना है, जिसमें ग्राउंड फ्लोर पर कपड़े का गोदाम है। बताया जाता है कि शॉर्ट सर्किट के कारण यह आग नीचे ग्राउंड फ्लोर पर लगी, जो धीरे-धीरे ऊपर बने दो मंजिला मकान में पहुंच गई। माना जा रहा है कि देर रात होने के चलते लोग सो रहे होंगे। ऐसे में उन्हें पता नहीं चला होगा और आग तेजी से फैलती चली गई और सबको अपनी चपेट में ले लिया। इसी दौरान आग किचन में पहुंची तो वहां सिलेंडर में भी ब्लास्ट हो गया, जिससे मकान का एक हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया। 9 मृतकों में शामिल उदय चौधरी का परिवार मूल रूप से बिहार के मधुबनी जिले के ब्रह्मपुर गांव के रहने वाला है। बताया जाता है कि उदय करीब ढाई लाख रुपये सिक्युरिटी देकर रामचंद्र झा के मकान में किराए पर रह रहे थे।