दिल्ली: पानी न मिलने से 50 परिवारों ने छोड़ा घर, AAP विधायक ने कहा- सब ड्रामा
करीब एक दशक के पानी की समस्या झेल रहे दिल्ली के एक गांव में रहने वाले करीब 50 परिवार अपना घर छोड़ने को मजबूर हो गए हैं. पीने के पानी की समस्या के चलते बाहरी दिल्ली के घुमनहेड़ा गांव में हर साल चार से पांच परिवार गांव छोड़कर कहीं और बसते हैं.
दिल्ली हर परिवार को हर महीने 20 हजार लीटर मुफ्त पानी देने के आम आदमी पार्टी सरकार के वादे से इतर जो हकीकत सामने आई है वह हैरान करने वाली है. दिल्ली जल बोर्ड को गांव में हर सप्ताह 5000 लीटर पानी का टैंकर भेजने के लिए कहा गया है. हालांकि गांव में सभी घरों में पानी के सप्लाई के लिए पाइपलाइन और वाटर कनेक्शन भी दिए गए हैं, लेकिन लोगों को पानी आसानी से उपलब्ध नहीं होता.
गांव के आखिरी छोर तक नहीं पहुंचता पानी
गांव में जिनके घर पहले हैं वहां पानी की सप्लाई बेहतर है लेकिन बीच के हिस्से से लेकर आखिरी छोर तक रोजाना पानी नहीं पहुंच पाता. ऐसा बीते एक दशक से चल रहा है. यहां डीडीए के कमांड टैंक और दौलतपुर रिजर्वियर से पानी की सप्लाई होती है, जिसकी कुल क्षमता रोजाना दो मिलियन गैलन पानी की है.
कुछ लोगों को मिली प्राइवेट पाइपलाइन की सुविधा
गांव में रहने वाले ज्यादातर लोग कपड़े और बर्तन धुलने जैसे कामों के लिए बोरवेल वाटर का इस्तेमाल करते हैं. कुछ ही परिवारों को प्राइवेट पाइपलाइन की सुविधा मिली है.एक बुजुर्ग महिला ने कहा कि गांव में हर घर में घी मिल जाएगा, लेकिन मेहमान के लिए एक गिलास पानी नहीं मिलेगा.
AAP विधायक ने समस्या से किया इनकार
दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी के विधायक गुलाब सिंह ने पानी की समस्या होने से इनकार किया है. वह इसी गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने कहा, ‘कुछ लोग पीने के पानी को एक राजनीतिक मुद्दा बना रहे हैं. दिल्ली में AAP की सरकार बनने के बाद हालात में सुधार हुआ है.’
बदतर हो रही है स्थिति
बीते साल गांव छोड़ने वाले 45 साल के प्रमोद सिंह यादव ने कहा कि इंसान एक वक्त बिना खाना खाए जी सकता है लेकिन पानी के बिना नहीं. वह गांव छोड़कर नजफगढ़ में बस गए हैं. वहीं, मलखान सिंह नाम के शख्स ने कहा कि गांव में बीते 7 दिनों से पानी की सप्लाई नहीं हुई है. उन्होंने कहा, ‘गांव में 10 साल से पानी की समस्या है, और स्थिति दिनों-दिन बदतर होती जा रही है.’