दिवाली की रात इन जानवरों के दर्शन हो गए प्राप्त, तो समझिये मिलने वाला है धन
दिवाली रोशनी का पर्व है। यह त्योहार पूरे देश में एक साथ धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोग माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की विशेष रूप से पूजा करते हैं। शास्त्रों के अनुसार लक्ष्मी को धन की देवी और गणेश को बुद्धि का दाता माना गया है। ऐसे तो दिवाली हर साल अमावस्या के दिन ही मनाई जाती है। लेकिन इस बार कुछ खास योग बन रहा है। आपको बता दें कि देश के कई हिस्सों में अमावस्या से एक दिन पहले छोटी दिवाली भी मनाई जाती है। इस दिन लोग घर में लक्ष्मी की स्थापना तो नहीं करते हैं पर पूरे आशियाने को दीप और कैंडिल से सजाते हैं।
दिवाली की रात कुछ खास जानवरों का दिखना है शुभ, जानिए यहां
यूं तो दिवाली के दिन लोग पूजा-पाठ में व्यस्त रहते हैं। सभी अपने घर में माता लक्ष्मी और गणपति की स्थापना करने में लगे रहते हैं। पूजा पाठ करने के बाद घर में दिये जलाए जाते हैं। पर बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि इस अमावस्या की काली रात में कुछ खास जानवरों को देखने से लाभ भी होता है। यदि ऐसे जानवरों के दर्शन हो जाएं तो धन की प्राप्ति होती है।
छिपकली तो ऐसे अमूमन रोज घर की दीवारों पर दिखती है। लेकिन दिवाली की रात में दिख जाए तो आपके भाग्य खुल जाएंगे। आपकों विशेष धन की प्राप्ति हो सकती है। ऐसा शास्त्रों में कहा गया है।
आमतौर पर छछूंदर को अशुभ माना जाता है। इसके शरीर से अलग तरह की बदबू निकलती है। पर यह दिवाली की काली रात में शुभ हो जाता है। यदि इस रात यह आपके घर में प्रवेश कर जाए तो समझिए किस्मत बदल गया। हिन्दू धर्म के अनुसार घरों मे अमावस्या की रात छछूंदर का दिखना शुभ माना गया है।
कहीं जाने से पहले यदि बिल्ली रास्ता काट दे तो अनहोनी की शंका रहती है। कई लोग तो बिल्ली द्वारा रास्ता काट देने पर अपनी यात्रा तक स्थगित कर देते हैं। पर अमावस्या की रात बिल्ली को दिखना शुभ माना गया है। ऐसी मान्यताएं हैं कि यदि बिल्ली घर में घुसकर रखा हुआ दूध पी ले तो कुछ शुभ होने वाला है।
उल्लू ऐसा प्राणी है जो रात में ही निकलता है। क्योंकि इसे दिन में दिखाई नहीं देती। आप सभी जानते हैं कि नवरात्रि में उल्लू का दिखना शुभ संकेत माना जाता है। कुछ इसी तरह की मान्यता दिवाली की रात को भी है। यदि आपको उल्लू नजर आ जाए तो समझिए कि आपके घर में लक्ष्मी मां धन बरसने वाली है। जानकारी के लिए बता दें कि उल्लू को माता लक्ष्मी की सवारी कहा गया है।