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दूसरे चरण की वोटिंग से पहले नक्सलियों द्वारा लगाए गए तीन IED बरामद
दस्तक टाइम्स/एजेंसी: पटना. बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से एक दिन पहले गया जिले में तीन जगहों पर नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी बम बरामद हुए हैं। डुमरिया के केवला कला स्कूल परिसर में नक्सलियों ने 25 किलोग्राम का IED बम प्लांट किया था।
नक्सलियों ने दूसरा बम परैया के बगाही में लगाया था, उसे भी बरामद कर लिया गया है। दोनों बमों को डिफ्यूज करने के लिए सुरक्षा बल का बम निरोधक दस्ता पहुंच गया है। तीसरा बम नक्सलियों ने इमामगंज के शेरघाटी में एक पुलिया में लगाया था। 10 किलोग्राम वजनी इस सिलेंडर बम को कोबरा 205 और सीआरपीएफ की टीम ने विस्फोट कर डिफ्यूज कर दिया है।
नक्सलियों के गढ़ में है दूसरे चरण का चुनाव
दूसरे चरण का चुनाव नक्सलियों के गढ़ में है। इस चरण में जिन 32 विधानसभा सीटों पर शुक्रवार को वोटिंग होने वाली है उनमें से 23 सीटें के इलाके में नक्सली काफी सक्रिय रहे हैं। नक्सल हिंसा को लेकर अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में गया की दस, औरंगाबाद की चार, रोहतास की चार, अरवल की दो और जहानाबाद की तीन सीटें शामिल हैं। सुरक्षाबल के जवानों के लिए इस इलाके में चुनाव कराना किसी चुनौती से कम नहीं है। नक्सली कोई बड़ी वारदात को अंजाम न दे सकें इसके लिए सुरक्षा बल के जवान लगातार सर्च अभियान चला रहे हैं, जिसके फलस्वरूप शनिवार को तीन आईईडी बम बरामद हुए हैं।
क्या हैं सुरक्षा के इंतजाम
मतदानकर्मी जिस सड़क से पोलिंग बूथ पर जाएंगे, उन सड़कों पर सीआरपीएफ, कोबरा और बीएसएफ के जवानों को तैनात किया गया है। नक्सलियों के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए सुरक्षाबल के जवान ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। ड्रोन से पहाड़ियों और जंगलों की फोटो ली जा रही है। इससे प्राप्त जानकारी के आधार पर सुरक्षा बल के जवान नक्सलियों के ठिकानों पर छापेमारी कर रहे हैं। शुक्रवार को वायुसेना के तीन हेलिकॉप्टर गश्त पर रहेंगे। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सेना के जवानों को हेलिकॉप्टरों से तैनात किया जा सकेगा।
2010 के विधानसभा चुनाव में नक्सलियों ने किया था बम विस्फोट
2010 के विधानसभा चुनाव में नक्सलियों द्वारा लगाए गए एक बारूदी सुरंग की चपेट में आकर 6 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। इसके साथ ही औरंगाबाद के कुटुंबा में हुए बम ब्लास्ट में 8 बच्चों की मौत हो गई थी। वहीं, नक्सलियों द्वारा गया के डुमरिया और बांकेबाजार में लगाए गए दो बमों को डिफ्यूज करने की कोशिश में बीएमपी के दो जवान, पुलिस के दो जवान और एक होमगार्ड की मौत हो गई थी।