दूसरे T-20 में मिली हार के बाद भड़क उठे विराट, कहा-अगर नहीं किया सुधार तो जीत मुश्किल
भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली वेस्टइंडीज के हाथों दूसरे टी-20 में मिली हार से निराश हैं। उन्होंने टीम की फील्डिंग को लेकर नाराजगी जताई है। विराट ने खराब फील्डिंग पर बात करते हुए कहा कि अगर ऐसी स्थिति रही तो किसी भी लक्ष्य का बचाव करना मुश्किल होगा। इतना ही नहीं, उन्होंने खिलाड़ियों से फील्डिंग के दौरान ज्यादा ‘मुस्तैद’ रहने को कहा।
रविवार को तिरुवनंतपुरम में खेले गए सीरीज के दूसरे मैच में तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार की लगातार दो गेंदों पर पहले वॉशिंगटन सुंदर और फिर विकेटकीपर ऋषभ पंत ने सलामी बल्लेबाज लिंडल सिमंस और इविन लुईस का कैच छोड़ दिया।
बाद में यह गलती टीम इंडिया पर भारी पड़ गई और जीवनदान मिलने के बाद सिमंस ने 45 गेंद में नाबाद 67 रन बनाए, जबकि लुईस ने भी 35 बॉल में 40 रन बनाए। दोनों की तूफानी बल्लेबाजी की वजह से मैच भारत के हाथों से निकल गया और वेस्ट इंडीज ने मुकाबले को 8 विकेट से अपने नाम कर लिया।
कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘अगर हमारी फील्डिंग इतनी खराब रही तो कोई भी लक्ष्य बचाव करने के लिए काफी नहीं होगा। पिछले दोनों मैचों में हमारी फील्डिंग काफी निराशाजनक रही। हमने एक ओवर में दो कैच गिराए। अगर हमने दोनों विकेट ले लिए होते तो उन पर दबाव बढ़ जाता।’
उन्होंने कहा, ‘हर किसी को मैदान में मुस्तैद रहने की जरूरत है। मुंबई में मुकाबला करो या मरो का होगा।’
भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पिछले 15 टी-20 मैचों में सात गंवा दिए हैं। कोहली से जब इस आंकड़े के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘आंकड़े काफी कुछ कहते हैं। मुझे लगता है कि हम पहले बल्लेबाजी करते हुए शुरुआती 16 ओवरों में 4 विकेट पर 140 रन बनाकर अच्छी स्थिति में थे लेकिन आखिरी चार ओवर में चीजें हमारे मुताबिक नहीं रही। हमें इसमें 40-45 रन बनाने चाहिए थे, जबकि हम सिर्फ 30 रन ही बना सके। हमें इस पर ध्यान देना होगा।’
भारतीय कप्तान ने बाएं हाथ के युवा बल्लेबाज शिवम दुबे की बल्लेबाजी की भी तारीफ की। कोहली ने कहा, ‘हमने दुबे को तीसरे क्रम पर भेजने का फैसला किया जो सही साबित हुआ।’ उन्होंने कहा, ‘उनकी पारी से हम 170 के आंकड़े तक पहुंच सके। ईमानदारी से कहूं तो वेस्ट इंडीज ने अच्छी गेंदबाजी की। उन्होंने हम से बेहतर तरीके से पिच का आकलन किया। उन्होंने अच्छा खेला इसलिए वही जीत के हकदार थे।’