कांकेर, रायपुर. नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षाबल खाली बोतलों को अलर्ट एलार्म के रूप में इस्तेमाल करने का नायाब तरीका अपना रहे हैं। बीएसएफ, सीआरपीएफ तथा कुछ थानों के बाहर लगे कंस्टीना वायर में ये बोतलें चारों ओर लटका दी जाती हैं। वायर में किसी तरह की छेड़छाड़ होने पर इनसे टन-टन की आवाज आने लगती है। इससे सुरक्षाबल चौकन्ने हो जाते हैं।
आजाद हिंद फौज भी अपना चुकी है इसे
जानकारों के अनुसार यह तरीका 1905 में हिंदुस्तान में पुलिस के वजूद में आने के साथ ही इस्तेमाल किया जा रहा है। तब थानों के इर्द गिर्द इसी तरह सुरक्षा के इंतजाम किए जाते थे ताकि कोई अंदर घुसे तो पता चल सके। 1945 में आजाद हिंद फौज ने भी एेसे ही सुरक्षा के इंतजाम किए थे।
जानकारों के अनुसार यह तरीका 1905 में हिंदुस्तान में पुलिस के वजूद में आने के साथ ही इस्तेमाल किया जा रहा है। तब थानों के इर्द गिर्द इसी तरह सुरक्षा के इंतजाम किए जाते थे ताकि कोई अंदर घुसे तो पता चल सके। 1945 में आजाद हिंद फौज ने भी एेसे ही सुरक्षा के इंतजाम किए थे।