देहरादून । महात्मा गाधी की 150 वीं जयंती पर भाजपा ने विभिन्न स्थानों पर पदयात्रा निकाली। इस दौरान मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सासद, विधायक व वरिष्ठ पदाधिकारी अलग-अलग स्थानों पर पदयात्रा का नेतृत्व किया। वहीं, स्कूलों और सरकारी कार्यालयों में आयोजित कार्यक्रमों में स्वच्छता की शपथ ली गई।
गांधी जयंती के उपलक्ष्य में आज से पूरे देश में भाजपा की 150 किमी की पदयात्राएं शुरू हो गई हैं। उत्तराखंड में भी पदयात्राएं आयोजित की गई हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बुधवार सुबह आठ बजे देहरादून में राजपुर रोड पर बहल चौक से पदयात्रा प्रारंभ की।
यह यात्रा गांधी पार्क पहुंची, जहां गांधी की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। यात्रा से पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उपस्थित लोगों को एक बार प्रयोग होने वाले प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की शपथ भी दिलाई। इस मौके उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के विचार आज भी प्रासांगिक हैं। शांति, प्रेम और भाईचारे का उन्होंने संदेश दिया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो भी काम हाथ में लिया, उसे देश की जनता ने हाथोंहाथ लिया। सुधारात्मक राजनीति की उन्होंने शुरूआत की है। यह पदयात्रा महात्मा गांधी के विचारों को गांव-गांव तक पहुंचाने की मुहीम है। पदयात्रा में टिहरी सासद महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह, भाजपा विधायक और विधायक और वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल थे। इससे पहले सुबह मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाबहादुर शास्त्री जी के चित्र पर श्रद्धा सुमन भी अर्पित किए।
गांधी जयंती पर राज्यपाल ने लगाई झाड़ू
राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने गांधी व शास्त्री जयंती के अवसर पर राजभवन में महात्मा गांधी एवं स्व.लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर राजभवन में रामधुन एवं भजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, विधायक हरबंस कपूर, देशराज कर्णवाल, मुन्नी देवी शाह, सचिव राज्यपाल रमेश कुमार सुधांशु सहित राजभवन के समस्त अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
भारतखण्डे संगीत विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने गांधी जी के प्रिय भजनों का प्रस्तुतीकरण दिया। इस अवसर पर राज्यपाल मौर्य ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री भारत भूषण को सम्मानित भी किया। कार्यक्रम के पश्चात राज्यपाल ने राजभवन परिसर में राजभवन के सभी अधिकारी व कर्मचारियों के साथ सफाई अभियान में प्रतिभाग किया।
गांधी जयंती के अवसर पर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने राज्यपाल सचिवालय और राजभवन परिसर को पूर्ण रूप से सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने के निर्देश दिए। राज्यपाल ने राजभवन की बैठकों और कार्यक्रमों में प्लास्टिक बोतल बंद पानी बंद करने के निर्देश दिए। उन्होंने सचिव रमेश कुमार सुधांशु से कहा कि इस निर्णय का कड़ाई से पालन कराया जाय। उन्होंने कागज के कप, वाटर डिस्पेंसर, तांबे और स्टील की बोतलों और गिलास के प्रयोग को प्रोत्साहित करने को कहा।
राज्यपाल ने आफिस स्टेशनरी में अन्य प्रकार के प्लास्टिक का प्रयोग भी कम से कम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पालीथीन और सिंगल यूज प्लास्टिक की सामाग्री के विकल्प में कपड़े और अन्य पर्यावरण अनुकूल सामग्री का प्रयोग करना प्रारम्भ करें। ऐसा करके स्थानीय कुटीर उद्योग को बढ़ावा दिया जा सकता है।
ऋषिकेश में ली प्लास्टिक का प्रयोग न करने की शपथ
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर ऋषिकेश नगर तथा आसपास क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। नगर निगम और नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती के द्वारा गांधी जयंती से वन टाइम यूज प्लास्टिक और पॉलिथीन का प्रयोग न किए जाने की शपथ ली गई।
नगर निगम में आयोजित कार्यक्रम में महापौर अनीता ममगाई ने ध्वजारोहण किया। उन्होंने सभी को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई। उन्होंने कहा कि गांधी जयंती से तीर्थ नगरी क्षेत्र को पूर्णतया प्लास्टिक और पॉलिथीन वर्जित घोषित कर दिया गया है। इस संकल्प को पूर्ण करने में सभी नागरिकों से उन्होंने सहयोग का आह्वान किया।
कार्यक्रम में पॉलिथीन के विकल्प के रूप में लोगों को कपड़े के थेले भी वितरित किए। इस अवसर पर स्वच्छता अभियान भी चलाया गया। कार्यक्रम में मुख्य नगर आयुक्त प्रेमलाल, सहायक नगर आयुक्त एलम दास, विनोद सिंह लाल, डॉ आर के गुप्ता सहित पार्षद मौजूद रहे।
वहीं, नगर पालिका परिषद मुनी की रेती की ओर से स्वच्छता मैराथन का आयोजन किया गया।कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने मैराथन में शामिल होने आए युवाओं को स्वच्छता और पॉलीथिन व प्लास्टिक प्रयोग ना करने की शपथ दिलाई। इस अवसर उन्होंने प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। इस अवसर पर पालिका अध्यक्ष रोशन रतूड़ी, अधिशासी अधिकारी बद्री प्रसाद भट्ट,थाना प्रभारी निरीक्षक आरके सकलानी, विनोद कुकरेती, डीपी रतूड़ी आदि मौजूद रहे।